राजस्थान के भीलवाड़ा में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोगों का उपचार चल रहा है. इस मामले में सीएम अशोक गहलोत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस और आबकारी विभाग के 12 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश दिये हैं. वहीं मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में अवैध शराब को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. इस प्रकार के मामलों को लेकर सरकार काफी सख्त है. वहीं भीलवाड़ा कांड को लेकर सीएम गहलोत ने अजमेर कमिश्नर को मामले की जांच करने और 15 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपने के लिये कहा है.
12 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया
इन पर हुई कार्रवाई भीलवाड़ा में हुए जहरीली शराब कांड को लेकर भीलवाड़ा जिला आबकारी अधिकारी मुकेश देवपुरा, सहायक आबकारी अधिकारी आबकारी निरोधक दल महीपाल सिंह, मांडलगढ़ के आबकारी निरीक्षक विकासचंद शर्मा, प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल सरदार सिंह, जमादार नरेन्द्र सिंह, सिपाही राजेन्द्र सिंह, जगदीश प्रसाद, अरूण कुमार के अलावा मांडलगढ़ के पुलिस वृत्ताधिकारी विनोद कुमार, थाना प्रभारी मनोज कुमार जाट, बीट प्रभारी हैड कांस्टेबल जगदीश चन्द तथा कांस्टेबल शिवराज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री ने शराब के कारण मरने वाले लोगों के आश्रितों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपये और उपचार करा रहे लोगों को 50- 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.