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अशोक गहलोत बोले- पटाखों और आतिशबाजी पर रोक के निर्णय का धर्म से कोई संबंध नहीं

आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज गुरुवार को एक के बाद 3 ट्वीट किए. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा, 'हमारे कुछ साथियों ने पटाखों और आतिशबाजी पर रोक के निर्णय की आलोचना की परन्तु इसका धर्म से कोई संबंध नहीं है.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रतिबंध के पीछे धर्म का संबंध नहीं (फाइल-पीटीआई)
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रतिबंध के पीछे धर्म का संबंध नहीं (फाइल-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'कोरोना के समय पटाखों से निकला विषैला धुंआ बेहद खतरनाक'
  • कुछ ने पटाखों पर रोक के निर्णय की आलोचना कीः CM गहलोत
  • राजस्थान ने महीने की शुरुआत में पटाखों की बिक्री पर रोक लगाई

कोरोना महामारी और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने महीने की शुरुआत में ही पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर रोक लगाने का फैसला लिया था. फैसले को लेकर विपक्ष समेत कई लोगों ने नाराजगी जताई. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमारे कुछ साथियों ने पटाखों और आतिशबाजी पर रोक के निर्णय की आलोचना की परंतु इसका धर्म से कोई संबंध नहीं है.

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राज्य में आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज गुरुवार को एक के बाद 3 ट्वीट किए. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा, 'हमारे कुछ साथियों ने पटाखों और आतिशबाजी पर रोक के निर्णय की आलोचना की परन्तु इसका धर्म से कोई संबंध नहीं है. विशेषज्ञों की राय भी यही है कि कोरोना महामारी के समय में पटाखों से निकलने वाला विषैला धुंआ बेहद खतरनाक है.'

उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'अधिकांश लोगों ने हमारे निर्णय की प्रशंसा की है और हमारे बाद अन्य राज्यों ने भी पटाखों पर रोक लगाई है. लोगों के जीवन की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है. हम चाहते हैं सभी स्वस्थ रहें एवं हर्षोल्लास के साथ दीपावली का त्यौहार मनाएं इसके लिए जरूरी है कि पटाखे न चलाएं.' 

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मुख्यमंत्री गहलोत ने दिवाली और आतिशबाजी को लेकर अपने तीसरे ट्वीट में कहा, 'आइये आतिशबाजी से बचने का संकल्प लें ताकि देशभर में एक संदेश जाए. अगली दीपावली हम सब मिलकर आतिशबाजी के साथ मनाएंगे.'

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इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 1 नवंबर को पटाखों से निकलने वाले विषैले धुएं से कोरोना संक्रमित रोगियों और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पूरे प्रदेश में पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर रोक लगाने का फैसला लिया था.

उन्होंने अपने फैसले में कहा कि कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रदेशवासियों की जीवन की रक्षा सरकार के लिए सर्वोपरि है. आतिशबाजी से निकलने वाले धुएं के कारण कोरोना मरीजों के साथ-साथ हृदय और श्वास रोगियों को भी तकलीफ का सामना करना पड़ता है. ऐसे में, दीवाली पर लोग आतिशबाजी से बचें. 

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