जयपुर में भागीरथ बनी बीजेपी एक बार फिर से द्रव्यवती नदी को लेकर आई है. सरकार ने मानिक शाह नाले में तब्दील हो चुकी द्रव्यवती नदी को पुनर्जीवित कर अब रिवर फ्रंट के तौर पर विकसित कर दिया है.
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किसी भी समय आचार संहिता की घोषणा की जा सकती है. लिहाजा मंगलवार को वसुंधरा राजे ने वक्त निकालकर 16 किलोमीटर के निर्माण का उद्घाटन कर दिया है.
गौरतलब है कि करीब 47 किलोमीटर लंबी ये नदी राजवाड़े के दिनों में द्रव्यवती के नाम से जानी जाती थी, लेकिन धीरे-धीरे यह अमनीशाह नाला बन गया था. अमानी शाह की मजार से निकलने की वजह से इसे लोग अमानीशाह नाला ही कहने लगे.
मुख्यमंत्री राजे ने इस नदी के पुनर्जीवित करने का काम शुरू किया और 26 महीने में ही करीब 16 किलोमीटर में काम कर इसे तैयार कर दिया गया. बाकी का बचा काम अप्रैल 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
इसमें साफ पानी के लिए एसटीपी प्लांट लगाए गए हैं. जितना भी कचरायुक्त और नालियों का पानी आएगा, इस प्लांट के जरिये साफ कर नदी में डाला जाएगा.
इस नदी को गुजरात में अहमदाबाद के साबरमती फ्रंट की तरह इसे विकसित किया गया है. यह नदी जयपुर की करीब सभी विधानसभा सीटों से होकर गुजरती है. ऐसे में सरकार मान कर चल रही है कि कांग्रेस के मेट्रो ट्रेन चलाने के दावे से बड़ा जवाब वसुंधरा का द्रव्यवती नदी रिवर फ्रंट है.
रिवर फ्रंट के आसपास अलग-अलग थीम पार्क बनाए गए हैं. इसमें वॉक-वे और वुडलैंड लैंडस्केप भी का काम भी किया जा रहा है. भविष्य में इसमें पानी की व्यवस्था की जा रही है ताकि बोटिंग भी कराई जा सके.
सीएम राजे ने इस मौके पर लोगों के साथ सेल्फी ली और कहा कि अगर मैं आज 20 साल की होती तो यहां पर खेलने जरूर आती. इस प्रोजेक्ट को जयपुर विकास प्राधिकरण और टाटा की तरफ से विकसित किया जा रहा है.
वसुंधरा के मुताबिक, पहले गंदे नाले में बदल चुकी इस नदी के आसपास रहने वाले लोग अपना पता बताने में भी शर्माते थे, लेकिन अब गर्व के साथ यही लोग बता सकेंगे कि हम द्रव्यवती नदी रिवर फ्रंट के पास रहते हैं. राजे ने कहा कि यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है और यह शहर की लाइफ लाइन साबित होगी.