राजस्थान की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, लेकिन कांग्रेस में अंदरूनी झगड़े के चलते पार्टी की हालत मजबूत दिखाई नहीं दे रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट गुट के कहे जाने वाले समाज कल्याण एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने एक ऐसा बयान दिया है जिसको लेकर चर्चा हो रही है. मेघवाल ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहें तो मंडावा में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस को जिता देंगे नहीं तो हरा देंगे.
मंत्री मेघवाल ने अपने इलाके में सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र में एक गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में नवनिर्मित तीन कमरों के उद्घाटन के मौके पर लोगों से कहा कि मंडावा उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दो बार फोन आया लेकिन उन्होंने कहा कि मैं 12 अक्टूबर से पहले नहीं जाऊंगा क्योंकि मेरे पहले से कई कार्यक्रम हैं. 12 अक्टूबर के बाद जाऊंगा और वहां जाकर देख लूंगा कि क्या करना है. उन्होंने कहा कि अगर आप कहें तो चुनाव हरा दूंगा और कहें तो चुनाव जिता दूंगा.
सचिन पायलट के करीबी हैं भंवरलाल मेघवाल
गौरतलब है कि मास्टर भंवरलाल मेघवाल सचिन पायलट के करीबी हैं, पिछली बार जब यह शिक्षा मंत्री थे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मंत्रिमंडल से इन्हें निकाल दिया था. तब से यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से खार खाए हुए हैं. अब उपचुनाव के मौके पर इस तरह की बयानबाजी के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
21 अक्टूबर को विधानसभा उपचुनाव
राजस्थान की दो विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होंगे. कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के मंडावा विधानसभा सीट से रीता चौधरी और खींवसर विधानसभा सीट से हरेंद्र मिरधा को उम्मीदवार बनाया है. इन विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को मतदान के बाद 24 अक्टूबर को चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे.