जयपुर नगर निगम के जनप्रतिनिधियो ने मंगलावर को साधारण सभा की बैठक में सदन की गरिमा को को तार-तार कर दिया. नगर निगम साधारण सभा की बैठक में कांग्रेसी पार्षदों ने सदन में हंगामा करते हुए पहले जूते और चप्पल दिखाई और एक महिला कांग्रेसी पार्षद ने महापौर पर चप्पल तक फेंक डाली. हालांकी गनीमत रही की चप्पल महापौर के आसन तक ही पहुंची.
नगर निगम साधारण सभा बैठक का ये दूसरा दिन था. बैठक हंगामेदार रही. बैठक की शुरुआत में बीजेपी पार्षद व गैराज समिति के चेयरमैन मानपंडित की ओर से दिए गए बयान के बाद सदन में कांग्रेसी पार्षदों ने हंगामा कर दिया. इसके बाद कांग्रेसी पार्षदों ने चेयरमैन पर कार्रवाई के लिए महापौर से मांग की. जब महापौर ने मांग नहीं सुनी तो कांग्रेसी पार्षद सुमन गुर्जर ने अपनी चप्पल हवा में उछालते हुए महापौर की और फेंक दी. हालांकी चप्पल महापौर के पास जाकर गिरी. इससे पहले कांग्रेसी पार्षद मोहन मीणा ने भी सदन में बीजेपी पार्षदों को जूता दिखाया.
एक जनप्रतिनिधि की ओर से किए गए इस कृत्य ने जहां सदन की गरिमा को तार-तार किया है, वहीं अब उस पार्षद के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी उठने लगी है. महापौर निर्मल नाहटा तो इस प्रकरण पर ज्यादा कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन उप महापौर मनोज भारद्धाज ने खुल कर कहा है कि ऐसे पार्षद पर कार्रवाई होनी चाहिए.
बहरहाल शहरी सरकार का सदन अब जनप्रनिधियों की जंग का अखाड़ा बन चुका है, जहां शहर के विकास के लिए जिम्मेदार जनप्रतिनिधि ही सदन की गरिमा की धज्जिया उडा रहे हैं .ऐसे में सवाल उठता है कि विकास के बजाय समय की बर्बादी करने वाले ऐसे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कब कार्रवाई होगी.