राजस्थान विधानसभा में आज मंगलवार को कांग्रेस सरकार के लिए उस समय स्थिति असहज हो गई, जब पार्टी के ही एक आदिवासी विधायक और राजस्थान युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा ने कहा कि हम आदिवासी खुद को हिंदू नहीं मानते हैं. हम पर हिंदू धर्म थोपा जा रहा है. इस बीच बीजेपी ने सरकार से अपनी स्थिति साफ करने की मांग की है.
विधानसभा में गणेश घोघरा ने कहा कि हम आदिवासियों की सभ्यता-संस्कृति अलग है. हमारी परंपरा हिंदू धर्म से अलग है. हिंदुओं से हमारा कोई लेना-देना नहीं है. हम अपने आप को हिंदू नहीं मानते हैं.
कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने अपने संबोधन में कहा कि आज भी सरकार के हर विभाग में गुरु द्रोण बैठे हैं और वे एकलव्य को आगे नहीं बढ़ना देना चाहते हैं. आज भी आदिवासी इलाके में आदिवासी को खाट पर नहीं बैठने दिया जाता है. वहां नाम के सरपंच और प्रधान हैं बाकी तो सब उपप्रधान और उपसरपंच ही काम करते हैं.
हमारी संस्कृति हिंदू नहींः गणेश घोघरा
गणेश घाघरा ने राज्य की अपनी ही कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि आज भी आदिवासियों के साथ अन्याय होता है. शोषण होता है. घाघरा ने अलग से आदिवासी धर्म को मान्यता देने की बात कही. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति हिंदू नहीं है.
कांग्रेस विधायक ने कहा कि आदिवासियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है. 1995 के बाद आदिवासी क्षेत्र में जिसका भी मूल निवास बनाया गया है, उस प्रमाण-पत्र को निरस्त किया जाए. उन्होंने गैर आदिवासियों के लिए कहा कि बाहर से आए लोगों ने हम आदिवासियों की जमीन छीन ली है.
आदिवासी क्षेत्र में अंग्रेजी शराब की दुकान खोले जाने को लेकर विधायक घोघरा ने कहा कि यदि दुकान रखी जाती है तो सिर्फ आदिवासियों को ही बोली लगाने का मौका मिलना चाहिए.
इस बीच गणेश घोघरा की बात को बीजेपी विधायक गोपीचंद मीणा ने काटा और कहा कि कहा कि हम आदिवासी हिंदू थे, हिंदू हैं और हिंदू रहेंगे. बीजेपी ने इस पूरे मामले में सत्तारुढ़ कांग्रेस से अपना पक्ष साफ करने के लिए कहा है.
दरअसल, राजस्थान युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोघरा आदिवासियों को लेकर जो बातें बोल रहे थे ये सारी बातें भारतीय ट्राइबल पार्टी अपने इलाके में उठाती रही है और भारतीय ट्राइबल पार्टी ने राजस्थान के आदिवासी इलाके में कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है. माना जा रहा है कि अपनी जमीन तलाशने के लिए कांग्रेस के विधायक घोघरा भारतीय ट्राइबल पार्टी के एजेंडे को विधानसभा में उठा रहे थे.