बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद के रूप में दो बड़े झटके सह चुकी कांग्रेस के बारे में लग रहा है कि अब वह और कोई खतरा मोल नहीं लेना चाह रही है. इस वजह से राजस्थान में पिछले लंबे समय से चल रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच के विवाद को थामने की कोशिश में जुट गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी खुद इस विवाद को खत्म करने के लिए सामने आई हैं. वे सचिन पायलट से रविवार को मुलाकात कर सकती हैं. मालूम हो कि पिछले दो लोकसभा चुनावों और विभिन्न विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर चुकी कांग्रेस से लगातार दिग्गज नेता अन्य दलों में शामिल होते जा रहे हैं. ऐसे में राजस्थान यूनिट को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने खुद मोर्चा संभाल लिया है.
सेतु की भूमिका निभा रहे पूर्व CM कमलनाथ
कांग्रेस आलाकमान और राजस्थान के पूर्व डिप्टी-सीएम सचिन पायलट के बीच में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पुल की भूमिका निभा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, बीते दो दिनों से कमलनाथ लगातार सचिन पायलट के संपर्क में बने हुए हैं और आज कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बातचीत कर रहे हैं. राजस्थान में गहलोत को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से ही पायलट और मुख्यमंत्री के बीच में कई बार नाराजगी खुलकर सामने आ चुकी है. पायलट गुट के कई विधायक भी खुलकर नाराजगी जता चुके हैं. हालांकि, पिछली बार प्रियंका गांधी वाड्रा के कहने पर पायलट ने तेवर कम कर लिए थे.
गहलोत के भी संपर्क में है कांग्रेस आलाकमान
इस बीच, कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. राहुल गांधी के दफ्तर से लगातार बातचीत का दौर जारी है. उधर, राजस्थान के प्रभारी अजय माकन भी सचिन पायलट के मुद्दे पर राहुल गांधी के दफ्तर से संपर्क में हैं, लेकिन पाायलट अब माकन के जरिए नहीं, बल्कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के जरिए पूरे मामले को सुलझाना चाहते हैं. अजय माकन ने कहा है कि जल्दी ही राजस्थान सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार होगा और राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी. वह सचिन पायलट से भी लगातार बातचीत कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत भी सारे मुद्दों को जल्द ही सुलझाने के पक्ष में हैं.
माकन से मिलने दिल्ली पहुंचे डोटासरा
उधर, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा राजस्थान के प्रभारी अजय माकन से मुलाकात करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. दोनों के बीच में आज शाम को बैठक होगी. मीडिया से बातचीत में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सचिन पायलट हमारे पार्टी के नेता है. उन्होंने तमाम तरह के कयासों के बीच कहा कि जब बीजेपी खुद ही टूट रही है, तब पायलट वहां क्यों जाएंगे. इस महीने जिला कार्यकारिणी सहित संगठन का काम पूरा कर लिया जाएगा और अगले महीने मंत्रिमंडल सहित राजनीतिक नियुक्तियों का काम होगा. उन्होंने पूरे विवाद को घर का मसला करार देते हुए कहा कि हम इसे बैठकर सुलझा लेंगे.