जयपुर की हिंगोनिया गौशाला में गायों की मौत की खबर आज तक पर दिखाए जाने के बाद विरोध-प्रदर्शनों को सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है. मंगलवार को जयपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट मुख्यमंत्री निवास जाने के रास्ते पर उपवास पर बैठ गए.
पालयट का कहना है कि हजारों गायों को सरकारी गौशाला में मार दिया गया मगर उनको देखने तक के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समय नही निकाल पाईं. गायों की मौत से आहत कांग्रेसी एक दिन का उपवास रखकर मरी हुई गायों के प्रति अपनी संवेदना जता रहे हैं और सरकार का भी विरोध कर रहे हैं. पायलट हजारों कार्यकर्ताओं के साथ रैली निकालकर चोमूं सर्किल से सिविल लाइंस फाटक पहुंचेख, जहां पुलिस के रोकने पर उन्होंने वहीं तंबू लगाकर अनशन शुरू कर दिया.
पायलट के साथ कांग्रेस के दर्जनों नेता गायों की मौत पर शोक मनाते हुए उपवास कर रहे हैं. कांग्रेस पूरे राजस्थान में जिला मुख्यलयों पर उपवास रखकर विरोध प्रदर्शन कर रही है. सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उपवास किया. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी गाय का चुनावी इस्तेमाल करती है. गौ रक्षा के नाम पर इनके सहयोगी आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल के लोग सड़कों पर गुंडागर्दी करते हैं मगर जब गायें मर रही हैं तो इनका कोई भी बड़ा नेता हिंगोनिया में गायों की दुर्दशा देखने तक नहीं गया. ये बीजेपी के डबल स्टैंडर्ड को उजागर करती है.
सरकारी गौशालाओं में जाकर गौ सेवा करेंगे कांग्रेसी
पायलट ने कहा है कि आखिर किसी भी निजी गौशाला में इस तरह गायें नहीं मर रही हैं तो सरकारी गौशाला में क्यों मर रही हैं? राजस्थान में इस मामले पर लगातार प्रदर्शन कर रही कांग्रेस ने तय किया है कि सेवादल
के कार्यकर्ता पूरे राज्य में सरकारी गौशालाओं में जाकर गौ सेवा करेंगे. साफ है कि इस बार कांग्रेस बीजेपी के ही मुद्दे पर बीजेपी को घेरने में लगी है.
हरकत में आई सरकार
उधर इस मौके पर बैकफुट पर आई बीजेपी हिंगोनिया गौशाला को चमकाकर अपने ऊपर लगे दाग को धोने में लगी है. आज तक पर खबर दिखाए जाने के बाद लगातार अधिकारी गौशाला में कैंप कर रहे हैं और फिलहाल
वहां पर अधिकारियों-कर्मचारियों की संख्या करीब 1200 कर दी गई है. राज्यभर से डेपुटेशन पर कर्मचारी बुलाए गए हैं. साथ ही 70 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ लगाए गए हैं. गायों पर सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से नजर
रखी जा रही है.