बगावत के आरोप में कांग्रेस से सस्पेंड किए गए विश्वेंद्र सिंह का राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला जारी है. अपने कैबिनेट के पूर्व सहयोगी और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर भीतरघात का आरोप लगाते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि किसी नेता का हैंडसम होना, अंग्रेजी बोलना ही उसकी काबिलियत की गारंटी नहीं है.
अंग्रेजी बोलना, हैंडसम दिखना ही काबिलियत की निशानी नहीं
बिना सचिन पायलट का नाम लिए उनके खिलाफ की गई कांग्रेस की कार्रवाई को सही ठहराते हुए अशोक गहलोत ने कहा था कि देश में आपकी विचारधारा, नीतियों के प्रति आपकी प्रतिबद्धता का भी ख्याल रखा जाता है. तब अशोक गहलोत ने पायलट पर तीखा व्यंग्य करते हुए कहा था कि सोने की छुरी पेट में उतारने के लिए नहीं होती है.
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बर्खास्त विश्वेंद्र सिंह ने किया तंज
गहलोत के इसी बयान को आधार बनाते हुए डीग कुम्हेर के विधायक और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए गए विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि हैंडसम तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी थे, और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे. विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट किया, "हैंडसम तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी भी थे... और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे...#बस कह रहा हूं."
हैंडसम तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी भी थे... और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे...!!#BusKehRahaHu @SachinPilot
— Vishvendra Singh Bharatpur (@vishvendrabtp) July 18, 2020
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बता दें कि अशोक गहलोत पूर्व पीएम राजीव गांधी के साथ काम कर चुके हैं. अशोक गहलोत को राजीव गांधी का विश्वास पात्र भी माना जाता था.
सचिन पायलट गुट के हैं विश्वेंद्र सिंह
बता दें कि विश्वेंद्र सिंह सचिन पायलट गुट के नेता हैं. पहले कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया, इसके बाद उन्हें पार्टी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. विश्वेंद्र सिंह अपने 30 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार ही मंत्री बने थे. उन्हें पार्टी से निलंबित करने पर भरतपुर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.