पंजाब के बाद अब कांग्रेस राजस्थान (Rajasthan Congress) में भी अपनी अंदरूनी लड़ाई को सुलझाने में लग गई है. पिछले डेढ़ साल से पायलट बनाम गहलोत गुट की लड़ाई की गवाह बनी राजस्थान राजनीति अब समाधान की ओर जा रही है. खबर है कि अगस्त 10 को मंत्रिमंडल विस्तार संभव है और तब पायलट गुट को संतुष्ट करने का प्रयास रहेगा.
पंजाब के बाद राजस्थान में मिलेंगे दिल?
कहा जा रहा है कि सचिय पायलट की राजस्थान प्रभारी अजय माकन से एक महत्वपूर्ण मीटिंग हो चुकी है. अब माकन जयपुर का रुख करने जा रहे हैं जहां पर उनकी और भी कई अहम मुलाकातें होने जा रही हैं. अभी के लिए औपचारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बता रहे हैं कि राजस्थान कांग्रेस में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है. कैबिनेट विस्तार भी होगा और पुराने तमाम विवादों को भी सुलझाया जाएगा.
इस बारे में एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता का कहना है कि अब हम पार्टी को पूरा बदलने जा रहे हैं. लोकल बॉडी से लेकर संगठन तक, सभी जगह बदलाव दिखेगा. अगर सब रणनीति मुताबिक रहा तो 10 अगस्त को कैबिनेट विस्तार संभव है. कांग्रेस नेता का ये बयान ही बताने को काफी है कि अब पंजाब के बाद राजस्थान में भी दिल मिल सकते हैं. यहां पर भी एक समझौते के तहत पायलट गुट को खुश किया जा सकता है.
राजस्थान में होगा कैबिनेट विस्तार
कैबिनेट विस्तार की बात करें तो अभी के लिए सचिन पायलट को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है. उन्हें क्या नई भूमिका दी जा सकती है, इस बारे में सस्पेंस बना हुआ है. ऐसी खबरें जरूर हैं कि सचिन को गुजरात चुनाव की जिम्मेदारी दी जा सकती है और उन्हें जनरल सेक्रेटरी का पद भी दिया जा सकता है. लेकिन अभी के लिए ये सब सिर्फ कयास हैं और अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा होना है. अब सचिन को लेकर सस्पेंस है, लेकिन इतना जरूर कहा जा रहा है कि उनके गुट के कई नेताओं को मंत्रिमंडल में बड़े पद मिल सकते हैं. उनके समर्थकों को लोकल बॉडी में भी अहम जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं.
बसपा को भी किया जा सकता है शामिल
इसके अलावा मंत्रिमंडल में सटीक संतुलन बैठाने के लिए बहुजन समाज पार्टी के कुछ विधायकों को भी शामिल किया जा सकता है. ये वहीं विधायक होंगे जिन्होंने उस समय गहलोत का समर्थन किया था जब सचिन पायलट ने बगावती तेवर दिखाए थे. ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर एक बड़ा दांव चला जा सकता है.