यूपी में बीजेपी ने किसानों की कर्जमाफी का वादा क्या किया, दूसरे राज्यों की राज्य सरकारों के लिए कर्जमाफी का वादा भारी पड़ रहा है. जयपुर में किसानों की कर्जमाफी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ऊपर पुलिस ने वाटर कैनन और लाठियां बरसाईं.
जयपुर में विधानसभा का घेराव करने आए कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों की कर्जमाफी को लेकर विधानसभा पहुंचना चाहते थे, लेकिन इससे पहले पुलिस ने इन्हें रोक लिया. इसके बाद पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर संघर्ष हुआ. पहले तो सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का सहारा लिया, मगर पुलिस की गलती की वजह से वाटर कैनन पुलिस के उपर ही पानी बरसाने लगा और तब कांग्रेस कार्यकर्ता आगे की तरफ बढ़ने लगे.
कांग्रेस कार्यकर्ता जब वहां पर हंगामा करने लगे तो पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरु कर दी. उसके बाद दोनो हीं तरफ से पत्थरबाजी शुरु हो गई. पत्थरबाजी में कई आम जनता भी घायल हुई और उनकी गाड़ियां भी टूटी. राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चांदना और यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर ने पुलिस के उपर बर्बरतापूर्ण आचरण का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि किसानों की कर्जमाफी को लेकर जयपुर से शुरू हुआ प्रदर्शन पूरे राजस्थान में जारी रहेगा.
सरकार ने 41 करोड़ बांटे कर्ज, 42 करोड़ ब्याज में दिया
राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए वर्ल्ड बैंक से 542 करोड़ कर्ज लिए थे, जिसमें से तीन साल में महज 41 करोड़ खर्च हुए हैं, जबकि इसके बदले वर्ल्ड बैंक को 42 करोड़ का ब्याज दिया जा चुका है. यानी सरकार ने जितना कर्ज बांटे उससे ज्यादा ब्याज
भर दिया. दूसरी तरफ सहकारिता मंत्रालय ने पिछली बार 26 हजार किसानों को कर्ज दिया था, मगर इस बार 23 हजार किसानों को ही कर्ज बांटा गया.
इसी तरह 2015-16 में किसानों को 15 हजार करोड़ का कर्ज दिया गया, मगर 2016-17 में 12500 करोड़ का कर्ज किसानों को कर्ज दिया गया. राजस्थान में ओलावृष्टि और सूखे की वजह से किसानों से कर्ज की वसूली भी नही हो पा रही है. 2015-16 में किसानों से 70 फीसदी कर्ज की वसूली हो पाई थी, मगर इस वित्त वर्ष में महज 37 फीसदी कर्ज की वसूली हो पाई है.