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राजस्थान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने व्यवस्थाओं को हांफने पर मजबूर कर दिया है. लगातार अस्पतालों पर लोड बढ़ रहा है. नतीजन सभी बेड फुल हैं. जरूरतमंदों के पास इंतजार के अलावा कोई विकल्प नहीं है. ऐसी ही समस्याओं की हकीकत जानने के लिए आजतक की टीम सीकर जिले के फतेहपुर के राजकीय धानुका अस्पताल के कोविड सेंटर पर पहुंची.
अस्पताल के सारे बेड फुल हैं. नए मरीज जो भी आ रहे हैं, उन्हें बेड खाली होने का इंतजार करना पड़ रहा है. यहीं पर आजतक को एक ऐसी परिवार की कहानी पता चली, जो कोरोना काल में पूरी तरह से तबाह हो गया. रोरुं बड़ी में एक ही परिवार के पांच लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. इस परिवार का छठा सदस्य अभी वेंटिलेटर पर है.
यह सिर्फ एक गांव का हाल नहीं है. फतेहपुर के गांवों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है और लोग जान गंवा रहे हैं. फतेहपुर के दातरू में 15 दिनों में 32 लोगों की मौत हो गई. इसी तरह मगलुना में 14 दिनों मे 29 मौतें, खीरवा में 28 दिन में 26 मौतें और फतेहपुर के नारी गांव में 10 मौतें हो चुकी है. अभी कई लोगों की तबीयत खराब है. इस तरह से यहां मौतों का कुल आंकड़ा 97 हो जाता है.
सीकर जिले में तमाम प्रयास के बाद भी संक्रमण के मामलों में कमी नजर नहीं आ रही है. हालांकि सैंपलिंग कम करके रोजाना आने वाले संक्रमितों की संख्या तो कम कर दी गई, लेकिन हकीकत में संक्रमण तेजी से फैलता ही जा रहा है. इसके कारण एक बार फिर अधिकारियों को क्वारनटीन सेंटर में सख्ती बरतने की याद आ गई है.
वहीं, जहां संक्रमित को घर में आइसोलेट कर रखा है. उस कंटेनमेंट जोन को और मजबूत बनाने के लिए कहा गया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में फैल रहे संक्रमण को थामा जा सके. कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने वीसी के जरिए एसडीएम, एसडीओ और ब्लॉक अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों में फैलने वाले कोरोना संक्रमण को लेकर निर्देश दिए है.
(रिपोर्ट- राकेश गुर्जर)