देश में अनलॉक की शुरुआत के साथ ही बेलगाम हुए कोरोना ने केंद्र के साथ ही राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है. राजस्थान सरकार ने कोरोना के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए बड़ा फैसला किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐलान किया है कि कोरोना को लेकर 21 सितंबर से राज्य स्तरीय हेल्पलाइन शुरू की जाएगी. साथ ही जिला स्तर पर वॉर रूम भी स्थापित किया जाएगा.
गहलोत सरकार ने पूरे प्रदेश में कहीं भी, किसी भी स्थान पर एक साथ पांच से अधिक लोगों के खड़े होने पर भी रोक लगा दी है. सूबे के 11 संवेदनशील जिलों के जिला मुख्यालय पर धारा 144 लगा दी गई है. इनमें राजधानी जयपुर के साथ ही जोधपुर, कोटा, अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, बीकानेर, उदयपुर, सीकर, पाली और नागौर जिले शामिल हैं.
कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सरकार ने प्रदेश में सामाजिक और धार्मिक आयोजनों पर रोक भी बढ़ा दी है. अब सूबे में 31 अक्टूबर तक सामाजिक और धार्मिक आयोजनों पर रोक रहेगी. गौरतलब है कि राजस्थान में हर दिन कोरोना से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं. 19 सितंबर को ही सूबे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1834 नए मामले सामने आए थे.
प्रदेश में सामने आए 1834 नए मामलों में से 386 मामले अकेले राजधानी जयपुर के थे. राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की तादाद 1 लाख 13 हजार 124 पहुंच चुकी है. प्रदेश में अब तक कोरोना के कारण 1322 लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि, राहत की बात यह है कि सूबे में एक्टिव केस की तादाद 17 हजार 997 ही है. अधिकतर संक्रमित उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं.
बता दें कि बेलगाम कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर कदम उठा रही हैं. हालांकि, केंद्र ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि अब किसी भी राज्य में लॉकडाउन लागू नहीं किया जा सकेगा.