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तेरी-मेरी के चक्कर में राजस्थान के कोर्ट में पेश हुई गाय

बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि आपसी सहमति के बाद गाय को फिलहाल एक गोशाला भेज दिया गया है, लेकिन विवाद का अंत नहीं हुआ है. शुक्रवार को गाय को उसके बछड़े के साथ अदालत में लाया गया. कोर्ट में जज मदन सिंह चौधरी के सामने दोनों पक्षों ने अपने-अपने तर्क पेश किए. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को रखी है.

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अदालत में पेशी के लिए आई गाय (फोटो-एएनआई)
अदालत में पेशी के लिए आई गाय (फोटो-एएनआई)

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राजस्थान की एक अदालत परिसर में लोग तब हैरान रह गए जब एक मामले में एक गाय की पेशी हुई. दरअसल ये पूरा मामला गाय के मालिकाना हक को लेकर जुड़ा है. इसी सिलसिले में जोधपुर की मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट के सामने गाय की पेशी हुई. इस गाय पर पुलिस कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश और शिक्षक श्याम सिंह दोनों अपना दावा जता रहे हैं. इस मामले में पिछले साल अगस्त में मंडोर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था. पुलिस ने अपने स्तर पर इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद केस को अदालत में भेज दिया गया.

बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि आपसी सहमति के बाद गाय को फिलहाल एक गोशाला भेज दिया गया है, लेकिन विवाद का अंत नहीं हुआ है. शुक्रवार को गाय को उसके बछड़े के साथ अदालत में लाया गया. कोर्ट में जज मदन सिंह चौधरी के सामने दोनों पक्षों ने अपने-अपने तर्क पेश किए. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को रखी है.

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राजस्थान पुलिस के एएसआई गाय को लेकर कोर्ट कोर्ट रूम के बाहर पहुंचे. जज मदन सिंह चौधरी अपने कमरे से बाहर आए और गाड़ी में खड़ी गाय का मुआयना किया. उन्होंने गाय पर दावा करने वाले दोनों पक्षों से गाय की पहचान पूछी और फोटोग्राफर से गाय की तस्वीर लेने को कहा. 

9 महीने पुराना विवाद

रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षक श्याम सिंह उनकी गाय अचानक दो महीने पहले लापता हो गई थी. जुलाई 2018 में स्कूल से लौटते वक्त उन्हें अपनी गाय नजर आई. वे गाय को लेकर घर आ गए. 4 दिन बाद कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश ने कहा कि ये गाय उसकी है. इसके बाद इस मुद्दे पर दोनों परिवारों के बीच ठन गई. तब जाकर दोनों ने पुलिस की मदद ली.

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