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धर्मसंसद में उठी मांग, 'पूरे देश में मीटबंदी करे मोदी सरकार'

यूपी के योगी सरकार का इफेक्ट राजस्थान में भी देखा जा रहा है. जयपुर में आज संपूर्ण मीटबंदी के लिए धर्मसंसद का आयोजन किया गया. जयपुर के करीब 15 बड़े मंदिरों के महामंडलेश्वर और माहाचार्यों ने धर्मसंसद का आयोजन किया.

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पुजारी प्रमुखों के इस बैठक
पुजारी प्रमुखों के इस बैठक

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यूपी के योगी सरकार का इफेक्ट राजस्थान में भी देखा जा रहा है. जयपुर में आज संपूर्ण मीटबंदी के लिए धर्मसंसद का आयोजन किया गया. जयपुर के करीब 15 बड़े मंदिरों के महामंडलेश्वर और माहाचार्यों ने धर्मसंसद का आयोजन किया.

मंदिर में निर्णय मांस-मदिरा पर लगेगी पाबंदी
जयपुर के बड़ी चौपड़ की प्राचीन मंदिर में हुई इस पुजारी प्रमुखों के इस बैठक में फैसला लिया गया कि छोटी काशी के नाम से जाने जाने वाली जयपुर में पहले तो अवैध बूचड़खाने और मीट-मछली की दुकानें बंद हो और इसके बाद मांस-मदिरा पर संपूर्ण पाबंदी लगे. इस धर्म संसद में जयपुर के सबसे बड़े मंदिर गोविंद जी के महंत और गलता पीठ के अवधेशाचार्य समेत कई महामण्डलेश्वरों ने हिस्सा लिया. यहां पर प्रस्ताव पारित किया गया कि मूक पशुओं का वध वर्जीत करने वाले और देवालयों को संरक्षण देने वाले सरकार का धर्म संसद समर्थन करेगी. ये किसी भी राजनीतिक दल के साथ नही रहेगी बल्कि मांस-मदिरा पर पाबंदी लगाने वाले का समर्थन करेगी.

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दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री भी करें पहल
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा गया कि जब एक प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी बूचड़खाने और मीट की अवैध दुकानों के खिलाफ अभियान चला सकते हैं तो देश के प्रधानमंत्री और दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री इस तरह के फैसले क्यों नही ले सकते हैं. धर्म संसद ने राममंदिर जल्द बनाने के लिए सरकार से जल्दी पहल करने के लिए कहा. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान का भी समर्थन किया जिसमें उन्होने कहा था कि सूर्यनमस्कार और नमाज में कोई फर्क नही है. यहां पर मुस्लिम समाज से भी योग को अपनाने के लिए अनुरोध किया गया.

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