scorecardresearch
 

राजस्थान: आदेश के बावजूद कई MLA ने अब तक वापस नहीं किए गहलोत सरकार के दिए iPhone

23 फरवरी को बजट पेश करने के बाद, राजस्थान सरकार ने सत्ता और विपक्ष के करीब 200 विधायकों को iPhone 13 गिफ्ट किए थे, जिसे बाद में बीजेपी ने वापस करने का फैसला लिया था. आदेश के बाद भी, अभी भी कुछ विधायकों ने फोन वापस नहीं किए हैं.

Advertisement
X
आईफोन दिखाते विधायक
आईफोन दिखाते विधायक
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 71 विधायकों में से करीब 60 ने लिए थे फोन
  • 50 ने फोन वापस किए, बाकी 10 भी जल्द करेंगे वापस

राजस्थान के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के आदेश के बावजूद पार्टी के कई विधायकों ने गहलोत सरकार द्वारा तोहफे में दिए गए महंगे iPhone अब तक वापस नहीं किए हैं. जानकारी के मुताबिक कई विधायकों ने गहलोत सरकार द्वारा दिए गए आईफोन का इस्तेमाल करना भी शुरू कर दिया है. 

Advertisement

जब आजतक ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से बात की, तो उन्होंने माना कि कई विधायकों ने अब तक आईफोन वापस नहीं किए हैं. हालांकि उनके मुताबिक, इसके पीछे का कारण यह है कि वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र चले गए थे और जब जयपुर वापस आएंगे, तो आईफोन वापस कर देंगे.

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने कहा, 'यह कोई तानाशाह वाला निर्णय नहीं था, यह हम लोगों ने आपस में तय किया था. 71 विधायक हैं, उसमें से करीब 60 लोगों ने फोन लिए थे, क्योंकि बाकी लोग आए नहीं थे. उसमें से 50 लोग फोन दे चुके हैं और बाकी जो 10 लोग थे, वो अपने इलाके से निकल चुके थे और 2-3 तारीख को आएंगे. सब लोग जमा करवा देंगे.' 

आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा के कई वरिष्ठ नेता जैसे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, नेता विपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आईफोन वापस कर दिए हैं.

Advertisement

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के फैसले के तहत, 23 फरवरी को बजट पेश करने के बाद, सत्ता पक्ष एवं विपक्ष समेत 200 विधायकों को राज्य सरकार की तरफ से iPhone 13 भी गिफ्ट किया गया था. बीजेपी, जिसने दोपहर में प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के बजट को लोकलुभावन कहते हुए सवाल खड़े किए थे, उसके विधायकों ने आईफोन तो ले लिए, लेकिन 23 फरवरी को देर रात आईफोन वापस करने का फैसला ले लिया.

आपको बता दें कि एक फोन की कीमत एक लाख 20 हजार के करीब है. ऐसे में सरकार ने सिर्फ विधायकों को गिफ्ट देने के लिए दो करोड़ रुपये खर्च किए.

Advertisement
Advertisement