राजस्थान के धौलपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी समेत कुछ मतदाताओं के कांग्रेस को वोट देने पर कमल को वोट जाने के आरोपों को चुनाव आयोग ने पूरी तरह से गलत बताया है.
चुनाव आयोग का कहना है कि कुछ मशीनों में एरर आ गई थी जिसकी वजह से वोट डालने पर वो दर्ज नहीं हो रहा था. धौलपुर की जिला कलेक्टर शुची त्यागी ने किसी एक पार्टी को वोट देने पर दूसरी पार्टी को वोट जाने की बात को पूरी तरह से गलत बताते हुए कहा कि ऐसा किसी भी मतदान केंद्र पर नहीं हुआ है.
गौरतलब है कि रविवार को उपचुनाव के दौरान कुछ मतदाताओं ने आरोप लगाए थे कि उन्होंने कांग्रेस को वोट डाला और पर्ची बीजेपी की निकली. कांग्रेस उम्मीदवार बनवारी लाल शर्मा ने भी शिकायत की थी कि उनका वोटर कांग्रेस को वोट डाल रहा है मगर वोट किसी और को जा रहा है.
जिस मतदान केंद्र पर 18 ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी मिली थी उसके रिटर्निंग आफिसर मनीष फौजदार ने भी कहा कि मशीनों में गड़बड़ी थी जिसकी वजह से वोटिंग बंद की गई थी मगर एक पार्टी के निशान पर दूसरे पार्टी को वोट जाने की शिकायत लेकर हमारे पास कोई नहीं आया था और इस तरह की गड़बड़ी हुई भी नहीं है.
जिला कलेक्टर ने माना कि कुछ ईवीएम मशीनों में तकनीकी गलतियां थीं जिन्हें ठीक कर लिया गया था. वहीं एक मशीन में एक दिन पहले डेमो वोट डाला गया था जिसको दुबारा से फार्मेट किए बिना उपयोग में लिया जा रहा था. जिसकी वजह से शिकायतें आई थीं जिन मतदान केंद्रों पर ईवीएम की शिकायतें आई थीं वहां पर सोमवार को फिर से मतदान कराए गए हैं.
गौरतलब है कि पहली बार धौलपुर उपचुनाव में सभी ईवीएम मशीनों के साथ पर्ची भी निकल रही थी. वोटों की गिनती 13 अप्रैल को की जाएगी.