चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी को नोटिस जारी किया है. सीपी जोशी ने पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा की जाति को लेकर टिप्पणी की थी.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने कहा है कि चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में सीपी जोशी से जवाब मांगा है. चुनाव आयोग की तरफ से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि चुनाव में जाति और धर्म इस्तेमाल के पाबंदी का उल्लंघन आपने क्यों किया है?
आयोग ने 7 दिनों के अंदर सीपी जोशी को अपना जवाब भेजने को कहा है. हालांकि नाथद्वारा में प्रचार कर रहे हैं सीपी जोशी की तरफ से कहा गया है कि अभी तक उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है.
बीजेपी ने भी की चुनाव आयोग से शिकायत
भारतीय जनता पार्टी ने भी इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है. बीजेपी ने कहा है कि जिस तरह से सीपी जोशी ने धर्म और जाति आधारित टिप्पणी की है उससे आचार संहिता का उल्लंघन होता है, इसलिए चुनाव आयोग को सीपी पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
राहुल की फटकार के बाद मांगी थी माफी
सीपी जोशी ने राहुल गांधी की डांट के बाद अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी. पर बीजेपी इस मुद्दे को लगातार हवा दे रही है. राहुल गांधी ने कहा कि सीपी जोशी की भाषा कांग्रेस के आदर्शों को नहीं दिखाती है, इसलिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
क्या कहा था सीपी जोशी ने?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के मुताबिक सीपी जोशी प्रधानमंत्री मोदी और उमा भारती की जाति पर कथित तौर पर सवाल करते दिख रहे हैं. वीडियो में जोशी कह रहे हैं कि धर्म पर केवल ब्राह्मण ही बात कर सकते हैं, और पीएम मोदी और उमा भारती की जाति सभी लोग जानते हैं.
आपकी रैली में बीजेपी के 'जासूस'
इधर कांग्रेस मुख्यालय की तरफ से सभी उम्मीदवारों को फोन किया जा रहा है. कांग्रेस कैंडिडेट्स को बताया जा रहा है कि हो सकता है कि बीजेपी के लोग आप की चुनावी सभाओं में भाषणों की रिकॉर्डिंग करने के लिए मौजूद हों, इसलिए आप कुछ भी बोलें तो सावधानीपूर्वक बोलें. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी के पास चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है और कांग्रेस की स्थिति मौजूद है. ऐसे में इस तरह के बयानों के आधार पर बीजेपी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश करेगी.To get latest update about Rajasthan elections SMS RJ to 52424 from your mobile . Standard SMS Charges Applicable.