scorecardresearch
 

राजस्थानः 24 घंटों में दूसरी बार सरिस्का की पहाड़ियों में लगी आग, गांव की तरफ भाग रहे जानवर

वन विभाग व स्थानीय प्रशासन के द्वारा दमकलों को बुलाया गया है. सरिस्का क्षेत्र के निदेशक आरएन मीणा व डीएफओ सुदर्शन शर्मा आग की घटना के बाद मौके पर पहुंचे हैं.

Advertisement
X
जंगलों में लगी आग अब गांवों तक पहुंचने वाली है.
जंगलों में लगी आग अब गांवों तक पहुंचने वाली है.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सरिस्का क्षेत्र में कई किलोमीटर तक आग पहुंच चुकी है
  • जंगल में लगी आग के कारण जानवर गांवों की ओर भाग रहे है

राजस्थान के अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभ्यारण के पृथ्वीपुरा-बालेटा गांव के जंगल के पहाड़ों में बीती रात आग लग गई. कुछ ही वक्त में आग देखते ही देखते कई किलोमीटर क्षेत्र में फैल गई. आग लगने की जानकारी मिलते ही सिविल डिफेंस की फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से 8 घंटे की मशक्कत के बाद इस पर काबू पा लिया. रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने आग बुझाई और सोमवार दोपहर शाम को एक बार फिर से पहाड़ों की शिखर पर आग लग गई.

Advertisement

24 घंटों में छोटी सी आग ने कई किलोमीटर तक पहाड़ों को अपनी आगोश में ले लिया. यह आग इतनी भयावह है कि इसके पृथ्वीपुरा, बालेटा, भाट्याला गांव, नया गांव और प्रतापपूरा गांव तक में फैलने का खतरा बढ़ गया है.

सेना के हेलिकॉप्टर्स बुझाएंगे आग
सरिस्का में भीषण आग को बुझाने के लिए सेना के 2 हेलिकॉप्टर आएंगे. ये हेलिकॉप्टर 9 बजे पहुंचेंगे. ये सिलिसेड झील से पानी एयरलिफ्ट करेंगे और सरिस्का के आग प्रभावित इलाको में ऊपर से पानी डालकर बुझाएंगे. गांव के लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है. 

गांवों की ओर भाग रहे जानवर

सरिस्का के पहाड़ों में धधकी आग की वजह से जानवर भी परेशान हो गए हैं और गांवों की ओर भाग रहे हैं. जानवरों के गांवों की ओर रूख करने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. पुलिस की टीम गांवों में जानवरों के आने की घोषणा करते हुए लोगों को घरों में रहने की सलाह दे रही है. 

Advertisement

सरिस्का के वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आर एन मीणा ने कहा कि अकबरपुर रेंज में पृथ्वीपुरा बालेटा के नाका के आसपास के सूखी घास और पौधों में अज्ञात कारणों से आग लगने के कारण कई किलोमीटर इलाके में आग लग चुकी है. इस दुर्घटना के कारण वन्यजीवों के आवासों को भी क्षति हुई है.

वन्य जीव गांवों और शहरों की ओर भाग रहे हैं. आग और धुएं के कारण मधुमक्खियां इधर-उधर उड़ रही हैं और अधिकारियों पर हमला कर रही हैं. मधुमक्खियों के हमलों के कारण अधिकारियों को जंगल की आग बुझाने में परेशानी आ रही है. उन्होंने बताया कि जंगल की आग बुझाने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग गई है.

इनपुट- राजेंद्र शर्मा

 

Advertisement
Advertisement