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सरिस्का के जंगल में लगी भीषण आग, प्रशासन के हाथ-पांव फूले

वन विभाग की चिंता है कि रात भर में आग कहीं सरिस्का के जंगलों में न फैल जाए. सरिस्का नेशनल टाइगर रिजर्व में सैकड़ों जानवर रहते हैं. आग की खबर मिलने के बाद वन विभाग ने पहाड़ों के आसपास रहनेवाले लोगों को रेस्क्यू करना शुरू किया.

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पहाड़ों पर जंगल में लगी आग
पहाड़ों पर जंगल में लगी आग

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राजस्थान में सरिस्का के जंगल में करीब तीन किमी. तक भीषण आग लग गई. अलवर के भूरा सिद्ध हनुमान मंदिर के समीप अरावली की पहाड़ियों पर अचानक आग लगने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गई. अग्निशमन दल पहाड़ियों की वजह से अपने आप को बेबस महसूस कर रहा है.

वन विभाग की चिंता है कि रात भर में आग कहीं सरिस्का के जंगलों में न फैल जाए. सरिस्का नेशनल टाइगर रिजर्व में सैकड़ों जानवर रहते हैं. आग की खबर मिलने के बाद वन विभाग ने पहाड़ों के आसपास रहनेवाले लोगों को रेस्क्यू करना शुरू किया.

हवा की वजह से तेजी से फैली आग
अलवर जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने गुरुवार को कहा कि रात होने की वजह से हेलिकॉप्टर की व्यवस्था नहीं हो सकी. जिसके कारण वन विभाग ने ही आग को बुझाने के लिए परंपरागत तरीकों का प्रयोग किया और आग को बुझाने की कोशिश की. गुरुवार दोपहर 2 बजे आग की लपटें देखी गईं. जिसके बाद तेज हवा के कारण आग ने भयावह रूप ले लिया. प्रशासन ने जिले के सभी अग्निशमन दलों को सूचना कर भूरा सिद्ध एकत्रित किया. लेकिन करीब 200 मीटर की ऊंचाई होने के कारण अग्निशमन दल भी आग बुझाने में नाकामयाब रहा.

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ली जा सकती है हेलिकॉप्टर की मदद
जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल का कहना है कि जल्द ही वन विभाग द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन कराया जाएगा. सरिस्का के क्षेत्रीय निदेशक आरएस शेखावत का कहना है कि आग को बुझाने के लिए वो हर संभव कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह तक अगर आग काबू में नहीं आती है तो सेना और एनडीआरएफ के हेलिकॉप्टर की मदद ली जाएगी.

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