राजस्थान के बारां जिलें में हुई भारी बरसात के कारण छबडा, छीपाबडौद कवाई क्षेत्र बुरी तरह से बाढ़ के चपेट में आ गए हैं. अचानक आई बाढ़ से हजारों लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर एमआई 17 टापू पर फंसें लोगों को बचाने में जुटा हुआ है. एयरफोर्स ने अब तक 10 जगहों पर 34 लोगों को 'एयरलिफ्ट' किया है.
मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से लहसी डैम का गेट खोल दिया है. डैम टूटने के खतरे को देखते हुए गेट खोलना पड़ा, जिसकी वजह से 30 से ज्यादा गांव डूब गए हैं. पार्वती, परवन नदी खतरें के निशान के ऊपर बह रही है और कई गांव टापू बने हुए हैं. बारां में शनिवार की सुबह सात बजे से तीन बजे तक आठ घंटे में 400 एमएम बारिश हुई. अदानी पावर के कैंप में हेलीकॉप्टर से लाए गए लोगों को रखा जा रहा है. मौके पर जिला कलेक्टर और एसपी भी कैंप किए हुए हैं.
अभी भी कई गांवों में फंसे हैं लोग
एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ की टीम की मदद से बाढ़ में फंसे 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकला गया है, लेकिन कई टापू बने गांवों में अभी भी कई लोग फंसे हैं. कोटा से आर्मी का बचाव दल भी मौके पर पहुचंकर बचाव राहत में जुटा हुआ है. आपदा राहत सचिव रोहित कुमार का कहना है कि सेना और एनडीआरएफ की टीमें बिल्कुल अलर्ट है, जैसे ही सूचना मिल रही है. रेस्क्यू टीम मौके पर मदद के लिए जा रही है.
कई रास्तें हो चुके बंद
बारां से गुना, भोपाल, झालावाड़ जाने वाले सभी रास्ते बंद हो चुके हैं. हालात इतने खराब हैं कि रेस्क्यू टीम की एक बोट बचाव राहत के दौरान बह गई, जिसमें सवार रेस्क्यू टीम के लोगों को बड़ी मश्क्कत के बाद सुरक्षित बचाया जा सका.