गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेन्द्र त्रिवेदी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को ब्राह्मण कहने वाले बयान के बाद सियासी हलके में हंगामा मच गया. इस बयान के बाद त्रिवेदी के ज्ञान को लेकर भी कई लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.
इस मामले में सोमवार को जब राजेन्द्र त्रिवेदी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अंबेडकर को ब्राह्मण कहने वाले उनके बयान को गलत तरह से पेश किया गया.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से मेरे बयान को पेश किया गया है उसे पूरी तरह सुना नहीं गया. दरअसल ये पूरी बात मैं एक ज्ञान के विषय में कह रहा था. सभी को मेरा पूरा भाषण सुनना चाहिए था.
मैंने अपने भाषण में ज्ञान और ब्राह्मण को एक दूसरे के साथ जोड़ा है. जिसके पास ज्ञान है वो ब्राह्मण कहता है. राजेन्द्र त्रिवेदी ने फोन पर बताया कि भागवत गीता के चौथे अध्याय के 13वें श्लोक में भी यही बात कही गयी है.
भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि इंसान के गुण के मुताबिक उसकी जाति होती है. मेरी बात बेहद साफ है जिसके पास ज्ञान होता है वो ब्राह्मण होता है. गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेन्द्र त्रिवेदी ने मेगा ब्राह्मण बिजनेस समिट में ब्राह्मणों को संबोधित करते हुए ये बयान दिया था.
राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा था, 'मैं हमेशा कहता हूं कि ब्राह्मणों ने ही भगवान बनाए. भगवान राम एक क्षत्रिय थे, लेकिन ऋषि-मुनियों ने उन्हें भगवान बनाया. गोकुल के चरवाहे को हम ओबीसी कहेंगे, उस ओबीसी को भगवान किसने बनाया? संदीपनी ऋषि ने, एक ब्राह्मण ने. भगवान व्यास एक मत्स्यकन्या के बेटे थे और उन्हें भी ब्राह्मणों ने भगवान बनाया.'