राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर बेंच के फैसले से नाखुश गुजरात पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल अब अपनी आजादी के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. हार्दिक ने राजस्थान हाईकोर्ट के उदयपुर के अंदर घूमने की आजादी देने और बाकी जगह जाने के लिए गुजरात हाईकोर्ट से इजाजत लेने के फैसले के खिलाफ असंतोष जताया है.
HC के फैसले से नाखुश हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल का कहना है कि हाईकोर्ट के इस आदेश का मतलब तो ये हुआ कि 'मैं उदयपुर में पुष्कर डांगी के घर में नजरबंद न होकर उदयपुर शहर में नजरबंद हो गया हूं. उन्होंने कोर्ट से गुजरात के अलावा देश में कहीं भी जाने की इजाजत मांगी थी. हार्दिक के अनुसार उनके वकील सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सकते है.
घर के बाहर लगे 6 सीसीटीवी कैमरे
हार्दिक ने उदयपुर के अपने घर के चारों तरफ 6 सीसीटीवी कैमरे लगा रहे हैं. जिसका कंट्रोल रुम उन्होंने अपने बेडरुम में रखा. वह अपनी सुरक्षा खुद भी ही बढ़ा रहे हैं. गौरतलब है कि पुलिस ने पहले से उनके घर के बाहर 6 सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं. पुलिस का पहरा भी है. सीसीटीवी कैमरे लगाने और अपनी निजी सुरक्षा बढ़ाने के पीछे उनकी दलील है कि उनके घर के आसपास पुलिस और कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं.
अमित शाह से है जान का खतरा
हार्दिक पटेल ने कहा कि मुझे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से जान का खतरा लग रहा है. उन्हें शक है कि अमित शाह के इशारे पर या तो उनपर कोई हमला हो सकता है या फिर किसी के तहत साजिश में फंसाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से संदिग्ध लोग और संदिग्ध गाड़ियां घर के बाहर आती हैं और फोटो खिंचकर ले जाती हैं.