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राजस्थान: गड़बड़ी के आरोप के बाद प्री मेडिकल टेस्ट रद्द, सरकार ने साधी चुप्पी

राजस्थान के प्री मेडिकल टेस्ट रद्द होने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि कहीं मध्यप्रदेश के घोटाले की तरह ही राजस्थान में भी तो मेडिकल कॉलेज एडमिशन में धांधली तो नहीं हुई है. राजस्थान हाईकोर्ट ने पूरी परीक्षा और रिजल्ट को रद्द करते हुए कहा कि ऐसा नहीं लगता कि इस टेस्ट में बेस्ट स्टूडेंट्स का चयन हुआ है. कोर्ट ने 30 सितंबर तक दोबारा टेस्ट लेने के निर्देश दिए हैं. लेकिन इस मामले पर सरकार के मंत्री और अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

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राजस्थान हाईकोर्ट परिसर के बाहर लगी छात्रों और अभिभावकों की भीड़
राजस्थान हाईकोर्ट परिसर के बाहर लगी छात्रों और अभिभावकों की भीड़

राजस्थान के प्री मेडिकल टेस्ट रद्द होने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि कहीं मध्यप्रदेश के घोटाले की तरह ही राजस्थान में भी तो मेडिकल कॉलेज एडमिशन में धांधली तो नहीं हुई है. राजस्थान हाईकोर्ट ने पूरी परीक्षा और रिजल्ट को रद्द करते हुए कहा कि ऐसा नहीं लगता कि इस टेस्ट में बेस्ट स्टूडेंट्स का चयन हुआ है. कोर्ट ने 30 सितंबर तक दोबारा टेस्ट लेने के निर्देश दिए हैं. लेकिन इस मामले पर सरकार के मंत्री और अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

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राज्य के हाईकोर्ट द्वारा राजस्थान प्री-मेडिकल टेस्ट 2014 को रद्द करने के बाद पूरी परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए हैं. इस परीक्षा में असफल रहे छात्रों ने पूरी प्रवेश परीक्षा में घालमेल का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया था. छात्रों का आरोप था कि उस टेस्ट में मेधावी छात्रों को दरकिनार कर कम परसेंटेज वाले छात्रों का चयन किया गया. इस मामले को लेकर जगह जगह प्रदर्शन होने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए सूबे की वसुंधरा सरकार ने हाईकोर्ट में दोबारा टेस्ट कराने की बात कह दी.

कोर्ट के इस फैसले से सफल छात्रों के जहां खुशी की जगह मायूसी पसरा है जबकि कोर्ट गए छात्र जश्न मना रहे हैं. हालांकि सफल छात्र परीक्षा को सही ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कह रहे हैं.

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ये परीक्षा 28 से लेकर 30 मई तक हुई थी जिसमें 45 हजार छात्र शामिल हुए थे. बड़ा सवाल उठता है कि सरकार अगर गलती मानती है तो फिर दोषियों को दंड क्यों नहीं दे रही है. इस मामले स्वास्थ्य विश्वविधालय के कुलपति से लेकर रजिस्ट्रर तक सवालों का जवाब देने से बच रहे हैं.

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