राजस्थान के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 49 डिग्री पहुंच गया है. हालत ये हैं कि सुबह आठ बजे का तापमान 36 डिग्री रह रहा है. जबकि रात का न्यूनतम तापमान 32 डिग्री रह रहा है. पूरे प्रदेश में सूरज आसमान से आग बरसा रहा है और जमीन आग की भट्टी बन गई है.
दिन में सूरज की किरणें इतनी तेज रहती हैं कि मानो अगर पांच मिनट धूप में खड़े हो जाएं तो पूरा शरीर जल उठता है. देर रात तक गर्म लू के थपेड़े चलते हैं. ऐसा नहीं है कि दिन की गर्मी झेलकर शाम को आप कोई राहत पा सकें. रात में भी गर्म हवाएं चलती हैं. भीषण गर्मी की वजह से एसी और कूलर भी राहत नहीं दे रहे हैं. सड़कें दिन भर सूनी रहती हैं और लोग अपने घरों में छुपे रहते हैं. एडमिशन के लिए एजुकेशन फेयर में आए अर्नव अग्रवाल का कहना है कि एसी डोम होने के बावजूद एग्जीबिशन हाल में इतनी गर्मी है कि रुका नहीं जा रहा है.
जिन लोगों को बाहर निकलने की मजबूरी है वो पूरी तरह से शरीर को ढककर निकल रहे हैं. गर्मी की वजह से राजस्थान में पिछले दो दिनों में चार मौतें हो चुकी हैं. जैसलमेर के घंटियाली में एक दंपत्ति बस के इंतजार में बैठे-बैठे बेहोश हो गए जहां उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उनकी मौत हो गई. डाक्टरों का कहना है कि हीट स्ट्रोक से मौत हुई है.
राजस्थान के चुरु, फतेहपुर, फलौदी और श्रीगंगानगर इलाकों में तापमान 48 डिग्री के ऊपर है. जबकि कोटा, जयपुर, जोधपुर और अजमेर जैसे इलाकों में तापनाम 46 से 47 डिग्री के बीच रह रहा है. पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर और बाड़मेर के सरहदी इलाकों में बीएसएफ के तापमान मापी यंत्रों में तो पारा 48 डिग्री के पास है.
मौसम विभाग का कहना है कि 20 जून के पहले हफ्ते तक प्रदेश में हीट के यही हालात रहेंगे. 20 जून के पहले प्री मानसून की वजह से राहत मिल सकती है.