उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में मानसूनी बारिश जारी है. हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी वर्षा और सिरमौर जिले में बादल फटने की घटना ने जन-जीवन प्रभावित हो रहा है. राजस्थान में वर्षा से जुड़े घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गयी है. मौसम के आर्द्र रहने के कारण और बारिश नहीं होने के कारण दिल्लीवासियों को पसीने का सामना करना पड़ा.
मौसम विभाग के अनुसार, 'राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ऊपर 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग का कहना है कि हालांकि बुधवार के मुकाबले गुरुवार को तापमान में 1.5 डिग्री गिरावट दर्ज की गई है. आर्द्रता 61 से 81 प्रतिशत के बीच बने रहने के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, बिलासपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन से सड़कें अवरूद्ध हो गईं. सुदूर क्षेत्रों से संपर्क कट गया, जबकि सिरमौर जिले के शम्भुवाला गांव में बादल फटने की घटना के कारण वहां लोग काफी डरे हुए हैं.
सिरमौर के उपायुक्त विकास लाबरू ने कहा कि बादल फटने से मकानों, दुकानों, संपत्ति और कृषि भूमि को काफी नुकसान पहुंचा है. प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ से शम्भुवाला में 50 मकान और दुकान और रूखरी गांव में 21 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश रिकार्ड की गई. मौसम विभाग ने बताया कि सबसे अधिक चार सेंटीमीटर बारिश झांसी और ललितपुर में दर्ज हुई. रामसनेही घाट और महरोनी में तीन-तीन, बांदा और चंदरदीपघाट में दो-दो और बलरामपुर, लखनऊ, डुमरियागंज, सुल्तानपुर और मथुरा में एक-एक सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई.
विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटों में प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही भागों में कहीं कहीं पर बारिश का अनुमान है. कोटा जिले में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और दो अन्य लोग बूंदी के कुरल नदी में फंस गए.