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CM वसुंधरा राजे ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का लिया जायजा, हजारों गाय को बचाया

खराब मौसम के बावजूद राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बाढ़ के हालात का जायजा लेने सोजत-पाली इलाकों में पहुंची. वसुंधरा राजे ने अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि समय रहते निचले इलाकों से लोगों को हटाया जाए. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए. राजस्थान सरकार के अनुसार सरकार ने अपनी तत्परता से करीब 30 हजार गायों को बाढ़ से बचाया है.

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राजस्थान में मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का लिया जायजा
राजस्थान में मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का लिया जायजा

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राजस्थान के बाढ़ प्रभावित इलाकों में एक बार फिर से बारिश शुरु होने से हालात बिगड़ने लगे हैं. खराब मौसम के बावजूद राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बाढ़ के हालात का जायजा लेने सोजत-पाली के इलाकों में पहुंची. वसुंधरा राजे ने अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि समय रहते निचले इलाकों से लोगों को हटाया जाए. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए. राजस्थान सरकार के अनुसार सरकार ने अपनी तत्परता से करीब 30 हजार गायों को बाढ़ से बचाया है.

सरकार ने गायों को बचाया

बाढ़ में गायों के मरने की खबर पर सरकार ने कहा है कि केवल बूढ़ी और बीमार गायें जो चलने-फिरने की स्थिति में नहीं थी वहीं मरी है. बाकि के सभी गायों को सरकार ने बचा लिया है. राजस्थान सरकार ने विपक्ष के बाढ़ में सैकड़ों गायों को मरने के दावे को भी गलत बताया. जयपुर के मेयर और बीजेपी के प्रवक्ता अशोक लाहोटी ने कहा कि निजी गोशालाओं में पानी पहुंचने से नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई सरकार पूरी तरह से कर रही है. राजस्थान सरकार के दो मंत्री राजेंद्र राठौड़ और कसमा मेढवाल को तुरंत मौके पर भेजा गया है और सभी गायों की देखभाल के लिए टीम तैनात की गई है. राजस्थान सरकार ने गायों की चिकित्सा के लिए मौके पर हीं व्यवस्था की है.

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सेना ने चलाया राहत कार्यक्रम

वहीं  दो दिनों की राहत के बाद एकबार फिर से पाली, जालोर, सिरोही, जोधपुर और बाड़मेर के इलाकों में बारिश शुरु हो गई है. पाली के जवाई बांध के कल तीन गेट खोले गए हैं. जिसकी वजह से चार गावों का संपर्क दूसरे इलाकों से टूट गया है. जालोर में भी भीनमाल और सांचोर का संपर्क टूटा हुआ है. सेना की मदद से राहत कैंपों में मदद की सामग्री पहुंचाई जा रही है. सेना ने जालोर के आहोर में भीमराव अंबेडकर हॉस्टल से 540 बच्चों और शिक्षकों को रेस्क्यू किया है. बाड़मेर के कवास जैसे निचले इलाकों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं. सभी जिलों में उस जगहों को खाली कराया जा रहा है जहां पानी भरने की आशंका है. सेना अब बचाव कार्य के साथ बाढ़ में बीमार  लोगों के लिए हेल्थ कैंप भी लगा रही है.

पानी में डूबा रेल लाइन

इस बीच बाढ़ की विभिषिका पश्चिमी राजस्थान के साथ साथ  हाड़ौती के कोटा, झालावाड़ और बारां इलाकों में भी पहुंच गया है. कोटा बैराज के तीन गेट 4 फीट खोल कर 14,446 क्यूसेक पानी निकाला गया हैं. करौली-हिंडौन में दिल्ली-मुंबई रेल लाईन पानी में डूबा हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में पूरे राजस्थान में बारिश हो सकती है. जोधपुर- रानीवाड़ा रेल ट्रैक पानी में डूब जाने से इस लाईन की दो ट्रेनें रद्द की गई और बाकि का मार्ग परिवर्तन किया गया है. 

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