अलवर जिले के बहरोड़ में पहलू खां की मौत के बाद तनाव को देखते हुए और हिंदूवादी संगठनों पर उठ रहे सवालों के बीच एक बार फिर जिले में विवाद खड़ा हो गया है. मंगलवार को हनुमान जयंती के कार्यक्रम के बहाने हथियारों के साथ रैली में हिंदू संगठनों के लोगों ने अलवर में शक्ति प्रदर्शन के साथ हथियार प्रदर्शन किया और राम मंदिर बनाने का संकल्प दोहराया.
पुलिस बनी रही मूकदर्शक
हिंदूवादी संगठनों वीएचपी, बजरंग दल, गोरक्षा दल सहित अन्य संगठनों के हजारों कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान खुलेआम कार्यकर्ता तलवारें लहराते दिखाई दिए. रैली में कुछ कार्यकर्ता बंदूक लेकर चलते रहे. इस दौरान पुलिस
भी मौजूद थी, लेकिन पुलिस ने कानून के खुलेआम उलंघन के बावजूद किसी को नही रोका था. रैली के दौरान महिलाएं भी पीछे नही रही उनके हाथों में भी तलवारें दिख रही थीं.
राम मंदिर के लिए प्रदर्शन
विहिप नेता मनोज सिंघल ने बताया कि भविष्य में राम मंदिर बनना चाहिए, इसलिए यह रैली निकाली जा रही है. अगर मंदिर नही बनता है आंदोलन किया जाएगा. राम मंदिर निर्माण के लिए शक्ति प्रदर्शन किया गया है.
गौरतलब है कि हरियाणा के मेवात की नूह तहसील के रहने वाले मृतक पहलू खान डेयरी चलाते थे. वह भैंस खरीदने जयपुर के लिए निकले थे. लेकिन अधिक दूध के लालच में गाय खरीद लिया. उन्हें नहीं पता था कि उनका ये फैसला उनकी जान पर बन आएगा. हिन्दूवादी संगठन के लोगों ने तस्कर समझकर बुरी तरह मारा-पीटा था. 3 अप्रैल की रात को पहलू खान की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद से पूरे इलाके में तनाव है.