राजस्थान के बीकानेर में भारतीय वायुसेना का मिग-21 विमान हादसे का शिकार हो गया है. गनीमत रही कि इस हादसे में पायलट बाल-बाल बच गया. साथ ही यह विमान रिहायशी इलाके से दूर खेत में गिरा. बताया जा रहा है कि लड़ाकू विमान मिग-21 के गिरने से पहले इसको उड़ा रहे पायलट पैराशूट लेकर कूद गए. फिलहाल, पायलट सुरक्षित बताया जा रहे हैं. यह लड़ाकू विमान बीकानेर के पास गिरा और इसमें आग लग गई.
बताया जा रहा है कि राजस्थान के बीकानेर के नाल एयर बेस से उड़ान भरने के बाद यह विमान एक पक्षी से टकराया और हादसे का शिकार हो गया. हालांकि हादसे की वजह को लेकर अभी तक पूरी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. मामले की जांच के बाद ही हादसे के कारणों का पता चल पाएगा.
यह पहला मौका नहीं है, जब मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. इससे पहले भी कई बार मिग-21 हादसे का शिकार हो चुका है. इसको लेकर मिग-21 पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. हाल ही में जुलाई 2018 में हिमाचल के कांगड़ा में भी मिग-21 क्रैश हो गया था. इस हादसे में मिग-21 को उड़ा रहे पायलट मीत कुमार की जान चली गई थी.
राजस्थान के बीकानेर में भारतीय वायुसेना का मिग-21 उस समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्द्धमान ने मिग-21 से ही भारतीय वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराया था.
आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला बोला था. इसमें 280 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही है. इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला करने की कोशिश की थी, तो भातीय वायुसेना के लड़ाकू विमान मिग-21 ने मुंहतोड़ जवाब दिया था.
विंग कमांडर अभिनंदन मिग-21 लड़ाकू विमान को लेकर पाकिस्तान के 10 F-16 लड़ाकू विमानों को खदड़े दिया था. इस दौरान मिग-21 पाकिस्तान की मिसाइल के रेंज वाले हवाई क्षेत्र में पहुंच गए थे, तभी पाकिस्तान ने उनके विमान पर हमला कर दिया था. इसमें मिग-21 पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में गिर गया था और विंग कमांडर अभिनंदन इजेक्ट कर गए थे. पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में उतरते ही पाकिस्तानी सेना ने उनको पकड़ लिया था.
इसके बाद भारत ने उनकी फौरन रिहाई की मांग की थी, लेकिन पाकिस्तान ने अभिनंदन को लेकर सौदेबाजी करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत राजी नहीं हुआ था. भारत के सख्त रुख के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा था और विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने पड़ा था.