उन मासूम निगाहों ने अभी जीवन का 17वां दिन ही देखा था कि खून के रंग ने उसे जीवनभर का दर्द दे दिया. दर्द भी ऐसा कि उस पर मरहम लगाने के अलावा कोई कुछ नहीं कर सकता. जिस गोद में उसे खेलना-कूदना और सुकून पाना था, उसी गोद ने उसकी गर्म सांसों को चीख और चीत्कार में बदल दिया! पारिवारिक रंजिश के कारण जयपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक 17 दिन के मासूम बच्चे का प्राइवेट पार्ट काट दिया गया है, जबकि इस नृशंस कृत्य का आरोप बच्चे की ताई पर है.
कल्पना कीजिए उस मां के हाल का, जिसने अभी अपने लाल की हंसी को ठीक से निहारा भी नहीं था और अब उसके आंसू पोंछ रही है. बच्चा इतना छोटा है कि डॉक्टरों ने भी सर्जरी करने से इनकार कर दिया है. बच्चे के माता-पिता का आरोप है कि यह सब पारिवारिक रंजिश में किया गया है और बच्चे की ताई ने इस घटना को अंजाम दिया है. बच्चे की मां ने कहा कि उसकी भाभी नहीं चाहती थी कि उसे बेटा हो.
पीड़ित बच्चे की मां ने बताया, 'मैं बच्चे को एक कमरे में सुलाकर कुछ काम कर रही थी, तभी उसके रोने की आवाज गई. मैं कमरे में पहुंची तो पाया कि उसका पूरा शरीर खून से लथपथ है. पहले तो कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जब साफ-सफाई की तो मैं खुद बेसुध हो गई. हम बेटे को अस्पताल ले गए. डॉक्टरों ने कहा कि जब तक बच्चा 5 साल का नहीं हो जाता है, तब तक इसे ठीक नहीं किया जा सकता. फिर हमने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.'
पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
बच्चे के पिता का आरोप है कि पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है. परविार में बड़े भाई से संपत्ति को लेकर पुराना विवाद है, लेकिन यह इस हद तक होगा, कभी सपने में भी नहीं सोच था.
दूसरी ओर, पुलिस पर यही मानकर चल रही है कि मामला पुरानी रंजिश का है. बच्चे के माता-पिता दोषी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, लेकिन जयपुर (ईस्ट) के डीसीपी कुंवर राष्ट्रदीप मामले में बिना जांच के कोई एक्शन नहीं लेना चाहते. वह कहते हैं, 'मामला बेहद संवेदनशील है. हम बड़ी सावधानी से जांच कर रहे हैं.