राजस्थान की राजधानी जयपुर की सड़कों पर रविवार को कांग्रेस का नए नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन चल रहा है. कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों के लोगों के साथ सड़क पर विरोध करने के लिए मौन जुलूस निकाला है.
करीब 5 किलोमीटर लंबे इस जुलूस में हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता और सामाजिक संगठनों के लोग शामिल हुए. मुस्लिम संगठनों ने आज जयपुर में प्रदर्शन का ऐलान किया था. इसे देखते हुए सरकार ने उन्हें समझा-बुझाकर शांति मार्च में बदल दिया और वह प्रदर्शनकारियों के साथ ही मौन जुलूस में शामिल हुए.
जयपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद
देश के दूसरे प्रदेशों में हिंसा को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. जयपुर में सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. जयपुर मेट्रो और लो फ्लोर बसें ही बंद कर दी गई हैं. इसके अलावा व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी बंद रखने के लिए कहा गया है.
आज दिनभर अलग-अलग इलाकों में गश्त के जरिए पुलिस, प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी लोगों से शहर में शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. इस मौके पर सचिन पायलट ने कहा कि देश को तोड़ने वाले इस कानून के खिलाफ हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार को चेतावनी दे रहे हैं कि इस कानून को उन्हें वापस लेना ही पड़ेगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा कि व्यावहारिक नहीं है लिहाजा राजस्थान में इसे लागू नहीं किया जा सकता है. इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जयपुर के मुस्लिम इलाकों से बड़ी संख्या में युवक आए, जिन्होंने यहां आने से पहले एमजी रोड पर सभा की और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया.