सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण को लेकर अंतत: गुर्जर आंदोलनकारियों
के नेताओं और सरकार में दूसरे दौर की बातचीत जयपुर में मंगलवार देर रात खत्म हो गई. बुधवार को तीसरे दौर की बात होगी.
इसके लिए मंगलवार को राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के निर्देश पर गुर्जर आंदोलनकारियों का 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल पीलूपुरा से जयपुर पहुंचा.
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा, '11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल सरकार से बातचीत के लिए जयपुर पहुंचा है.' इस बीच आरक्षण की मांग को लेकर समिति ने 31 मई को राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर देशभर के गुर्जर नेताओं की महापंचायत बुलाई है.
समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने अपने बयान में कहा कि अखिल भारतीय गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें राजस्थान में गुर्जरों को सरकारी नौकरियों में 5 फीसदी आरक्षण प्रदान करने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से यह भी मांग की जाएगी कि भारतीय सेना में गुर्जर रेजीमेंट की स्थापना की जाए.
अचानक तीसरे पहर में बनी बात
दिलचस्प है कि सरकार और गुर्जर आंदोलनकारियों में दूसरे दौर की बातचीत के स्थान को लेकर जहां पहले सहमति नहीं बन पाई थी, वहीं मंगलवार को अचानक तीसरे पहर आंदोलनकारियों ने सरकार के जयपुर आकर बातचीत करने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया. पचास फीसदी आरक्षण के दायरे में विशेष वर्ग में पांच फीसद आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर आंदोलनकारियों ने पिछले गुरुवार से दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक और दौसा जिले के सिकंदरा के पास आगरा-जयपुर सड़क मार्ग व सवाई माधोपुर जिले में दो स्थानों पर मुख्य सड़क मार्ग अवरूद्ध किया हुआ है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, भरतपुर, बयाना, दौसा, सवाई माधोपुर समेत अन्य गुर्जर बहुल स्थानों पर कानून व्यवस्था नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक और सड़क मार्ग अवरूद्ध किए जाने के कारण यातायात बाधित है. इन मार्गों से निकलने वाले यातायात को वैकल्पिक मार्ग से निकाला जा रहा है.
100 से ज्यादा ट्रेनें की गईं रद्द
राजस्थान में पिछले 6 दिनों में गुर्जर आंदोलन के कारण 100 से ज्यादा ट्रनें रद्द हो गई हैं. हजारों लोग जगह-जगह स्टेशनों पर फंसे हुए हैं. इस बीच बुरी खबर यह है कि बुधवार से गुर्जरों ने जयपुर-दिल्ली और जयपुर-आगरा रेल मार्ग भी बंद करने का ऐलान किया है. आंदोलनकारियों द्वारा राजस्थान के भरतपुर जनपद में दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग अवरूद्ध किए जाने पर आगरा मंडल के रेल प्रबंधक प्रभाष कुमार ने बताया कि इससे छोटी दूरी के यात्रियों की समस्याएं कुछ बढ़ी हैं, लेकिन लंबी दूरी वालों को कोई दिक्कत नहीं हो रही है.
उन्होंने बताया कि लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर उन्हें अपने गंतव्य तक सही समय पर पहुंचाने का पूरा-पूरा प्रयास किया जा रहा है. कुमार ने बताया कि दिल्ली-मुंबई मार्ग पर मथुरा के रास्ते कोटा, अहमदाबाद होकर जाने वाली पश्चिम मध्य रेलवे की रेलगाड़ियों को अब आगरा कैंट के रास्ते झांसी, बीना, नागद, रतलाम होकर निकाला जा रहा है.
कुमार ने बताया कि जब तक पश्चिम मध्य रेलवे (कोटा क्षेत्र) के डुमरिया और फतहसिंहपुरा स्टेशनों के बीच गुर्जर आंदोलनकारियों द्वारा अवरूद्ध किया गया मार्ग खुल नहीं जाता तब तक वर्तमान व्यवस्था जारी रहेगी. इस दौरान संबंधित परिवर्तनों की सूचना रेलयात्रियों को दी जाती रहेगी.
-इनपुट भाषा से