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जयपुर: अनाथ बच्चों को लेकर CM आवास पहुंचे MP किरोड़ी लाल मीणा, राहत पैकेज पर घिरे अशोक गहलोत

भारतीय जनता पार्टी के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राजस्थान के खुफिया विभाग को चकमा देते हुए अनाथ बच्चों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए. उन्होंने अनाथ बच्चों के लिए सीएम की ओर से राहत पैकेज दिलाने की मांग की.

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सीएम आवास के बाहर अनाथ बच्चों के साथ किरोड़ी लाल मीणा.
सीएम आवास के बाहर अनाथ बच्चों के साथ किरोड़ी लाल मीणा.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अनाथ बच्चों तक नहीं पहुंचा राहत पैकेज का लाभ
  • बीजेपी के निशाने पर है अशोक गहलोत सरकार
  • BJP सांसद की बेसहारा बच्चों के लिए पैकेज की मांग

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भले ही कोरोना की वजह से बेसहारा हुए बच्चों के लिए पैकेज की घोषणा कर दी हो, मगर इस मामले पर लंबे समय से आंदोलन कर रहे भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा आज शनिवार को राजस्थान सरकार के खुफिया एजेंसियों को चौंकाते हुए अनाथ बच्चों और गरीबों को लेकर मुख्यमंत्री निवास पहुंच गए और बेसहारा हुए बच्चों के लिए पैकेज की मांग की. 

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अचानक से मुख्यमंत्री निवास के बाहर भीड़ देखकर पुलिस वालों के हाथ-पांव फूल गए. पास में रहने वाले परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी बीजेपी सांसद से मिलने पहुंचे. मुख्यमंत्री निवास के बाहर भीड़ को देखते हुए पुलिस वालों ने जल्दी से मुख्यमंत्री निवास पर अधिकारियों से राज्यसभा सांसद की मुलाकात कराई. आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने वहां से हटने का अनुरोध किया.

डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने दूसरी बार राजस्थान के खुफिया एजेंसियों को चकमा दिया है. इससे पहले दौसा से डेड बॉडी लेकर मुख्यमंत्री निवास के बाहर लाइन्स फाटक पर आ गए थे और किसी को पता ही नहीं चला था.

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कैसे सीएम आवास के बाहर पहुंचे सांसद?

कहा जा रहा है कि बीजेपी सांसद जगतपुरा से बच्चों को गाड़ियों में भरकर लेकर आए और सोडाला की गलियों से होते हुए मुख्यमंत्री निवास के पीछे की गली में पहुंचकर सीधे मुख्यमंत्री निवास के गेट के बाहर निकल गए. वहां तरह से भीड़ देखकर पुलिस वालों के होश उड़ गए. अमूमन धरने देने पर कोई शाम तक वार्ता के लिए नहीं आता है, मगर मुख्यमंत्री निवास के बाहर भीड़ देखकर सारे अधिकारी दौड़ते हुए आए.

डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा से मुख्यमंत्री निवास पर अधिकारियों ने बातचीत कर उनकी मांगें स्वीकार कर ली. हालांकि सरकार की तरफ से उन्हें बताया गया कि ऐसे बेसहारा बच्चों के लिए सरकार ने पहले से पैकेज की घोषणा कर रखी है और इन बच्चों की गिनती भी की जा रही है.

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