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जयपुर में आज मुहर्रम को लेकर सख्त सुरक्षा, 21 ड्रोन कैमरों से गुलाबी शहर की निगहबानी

जयपुर पुलिस ने मुहर्रम के ताजिये और जलझूलनी एकादशी की झांकी को देखते हुए शहर में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए हैं. 21 ड्रोन कैमरों से पुराने गुलाबी शहर पर नजर रखी जाएगी. रामगंज से लेकर चांदपोल तक बड़े-बड़े वाच टावर बनाए गए हैं जिस पर पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे.

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शहर की सुरक्षा में भागीदारी के लिए पुलिस ने धर्मगुरुओं से बात की. (फोटो-आजतक)
शहर की सुरक्षा में भागीदारी के लिए पुलिस ने धर्मगुरुओं से बात की. (फोटो-आजतक)

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  • जयपुर पुलिस ने हिंदू-मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ की सुरक्षा की पहल
  • मुहर्रम के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
  • मंगलवार को ही निकलेगी जलझूलनी एकादशी की झांकी

जयपुर में आए दिन सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के बीच राजस्थान पुलिस के लिए आज (मंगलवार) का दिन चुनौती भरा है. आज मुहर्रम के ताजिया और जलझूलनी एकादशी जुलूस दोनों एक साथ शहर में निकलेंगे. हिंदू और मुसलमानों के बीच कोई तनाव ना हो इसके लिए जयपुर पुलिस ने सोमवार को दोनों ही वर्गों के धर्मगुरुओं को मीटिंग के लिए बुलाया और अपील की कि जुलूस के दौरान कोई भी ऐसी हरकत न करें जिससे तनाव पैदा हो.

पुलिस ने दोनों समुदाय में संदेश भेजा है कि कोई भी धर्म एक दूसरे के प्रति नफरत नहीं सिखाता है लिहाजा दोनों धर्मावलंबी एक दूसरे के प्रति हिंसक वारदातें नहीं करें. पुलिस ने यह संदेश जारी किया है कि किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और शहर में शांति और भाईचारा बनाए रखें. दरअसल पिछले 15 दिनों में जयपुर के अलग-अलग इलाकों में सांप्रदायिक तनाव होता रहा है इसे लेकर शहर में छिटपुट हिंसक वारदातें भी हुई हैं. धार्मिक उन्माद को काबू में करने के लिए पुलिस ने दोनों ही धर्मों के धर्मगुरुओं का सहारा लिया है.

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पुलिस ने मुहर्रम के ताजिये और जलझूलनी एकादशी की झांकी को देखते हुए शहर में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए हैं. 21 ड्रोन कैमरों से पुराने गुलाबी शहर पर नजर रखी जाएगी. रामगंज से लेकर चांदपोल तक बड़े-बड़े वाच टावर बनाए गए हैं जिस पर पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे. शहर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए 22 एडिशनल एसपी, 22 डीएसपी, 28 एसएचओ, 3800 पुलिसकर्मी और 750 होमगार्ड्स की तैनाती की गई है. ताजिये और जलझूलनी एकादशी की झांकी के लिए अलग-अलग रास्ता और अलग-अलग वक्त तय किया गया है. सुरक्षा के सभी इंतजाम 9 सितंबर की रात्रि 10:00 बजे से लेकर 10 दिसंबर की रात्रि 11:00 तक रहेंगे.

बता दें कि सावन के आखिरी रविवार को जयपुर में कांवड़ यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी. तब पुलिस ने बड़ी मुश्किल से मौके पर काबू पाया था. पुलिस के मुताबिक जगह-जगह से कांवड़ यात्रा निकल रही थी. इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, तभी सुभाष नगर थाने इलाके से निकली कांवड़ यात्रा के दौरान 2 गुटों में झड़प हो गई थी. पुरानी घटनाओं को देखते हुए पुलिस इस बार कोई भी मौका उपद्रवियों को नहीं देना चाहती है.

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