राजस्थान में कांग्रेस ने अपने विधायकों को बुधवार से ही जयपुर के होटल में ठहराया हुआ है. 19 जून को राज्यसभा चुनाव होने वाला है. ऐसे में कांग्रेस को चिंता है कि आखिरी समय में उनके विधायक कहीं उनका साथ छोड़ कर बीजेपी में ना शामिल हो जाएं. वहीं राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आजतक से बात करते हुए कहा कि अशोक गहलोत सरकार पूरी तरह से सुरक्षित है. लेकिन हमलोग नहीं चाहते कि गुजरात और मध्य प्रदेश में जो कुछ हुआ वो फिर से दोहराया जाए. इसीलिए हमने अपने सभी विधायकों को जयपुर के एक होटल में रखा है.
उन्होंने बताया कि विधायकों को होटल में रखने का फैसला मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर हुई बैठक के बाद लिया गया है. इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे.
कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आजतक से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र में नीति सिद्धांत बीजेपी पास कुछ नहीं है. झूठ, फरेब और धोखे की राजनीति बीजेपी के नेता करते हैं.
खाचरियावास ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश का उदाहरण आपके सामने है. गुजरात का उदाहरण आपके सामने है. राजस्थान में 15 निर्दलीय विधायक हैं. कुछ विधायक मुख्यमंत्री से मिले भी हैं और कुछ विधायकों ने जाकर शिकायत भी की है और शिकायत करने का मकसद यह है कि बीजेपी के नेता उन्हें फोन कर रहे हैं. उनसे बातचीत कर रहे हैं और बातचीत करके जिस तरह का वह प्रयास कर रहे हैं उसका कोई मतलब नहीं है. राजस्थान में उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं है.
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गौरतलब है कि प्रदेश की राजनीति में गणित के हिसाब से कांग्रेस का पलड़ा भारी है पर कांग्रेस को कहीं ना कहीं यह डर भी सता रहा है कि राजस्थान में भी बीजेपी विधायकों को अपनी तरफ खींचने में सफल साबित ना हो जाए.
राज्यसभा के चुनाव इस महीने की 19 तारीख को होने हैं. कांग्रेस की तरफ से केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी उम्मीदवार हैं, जबकि बीजेपी की तरफ से राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत उम्मीदवार हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राजस्थान के पुलिस महानिदेशक, एसीबी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि अति विश्वस्त सूत्रों से मेरी जानकारी में आया है कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश व गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी हमारे विधायकों व हमारा समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों को भारी प्रलोभन देकर राज्य की लोकतांत्रिक तौर से चुनी हुई जनसेवा में पूर्णतया समर्पित सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है.
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बता दें कि कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि राज्यसभा चुनाव से पहले बीजेपी प्रदेश में विधायकों को अपनी ओर लुभाने की कोशिश कर रही है.