राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत पर सियासत शुरू हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हम इससे दुखी हैं, स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है, कई बच्चों को गंभीर बीमारी की स्थिति में लाया जाता है. हमने उन सभी बच्चों को बचाया,जिन्हें बचाया जा सकता था. इस मुद्दे पर बीजेपी राजनीति कर रही है.
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हमारा काम तो तीसरे चरण में शुरू होता है. अभिभावकों को थोड़ा जागरूक होने की जरूरत है ताकि बच्चों को समय पर लाया जाए ताकि उनकी जान बचाई जा सके. 18 लाख में से 17 लाख जाने हम बचा रहे हैं, जिसकी कोई बात नहीं करता. उन्होंने कहा कि बीजेपी को डॉक्टरों को डेमोरलाइज नहीं करना चाहिए.
वहीं, राजस्थान के कोटा स्थित जे. के. लॉन अस्पताल में इस महीने 103 बच्चों की मौत को लेकर बीजेपी भी लगातार सूबे की गहलोत सरकार पर हमलावर है. इस घटना को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की महिला सांसदों की एक टीम ने अस्पताल के वार्ड और आईसीयू का दौरा भी किया था.
इसके अलावा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राजस्थान चिकित्सा और शिक्षा विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी बी. एस. तंवर को 3 जनवरी को दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है.
मायावती ने गहलोत सरकार पर बोला हमला
वहीं, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी कोटा में बच्चों की मौत को लेकर गहलोत सरकार और कांग्रेस आलाकमान को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में मासूम बच्चों की मौत से मांओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद और दर्दनाक है. वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत खुद और उनकी सरकार इसके प्रति अब भी उदासीन, असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय.'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का बिना नाम लिए मायावती ने निशाना साधते हुए कहा, 'कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना बेहद दुःखद है. अच्छा होता कि वो यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित मांओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई हैं.'
मायावती ने कहा, 'अगर कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की मांओं से नहीं मिलती हैं, तो यहां अभी तक किसी भी मामले में यूपी पीड़ितों के परिवार से मिलना उनका यह सिर्फ राजनैतिक स्वार्थ और नाटकबाजी ही मानी जाएगी, जिससे यूपी की जनता को सर्तक रहना है.'