कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह बाड़मेर पहुंचे. कांग्रेस के साथ जसवंत सिंह के साथी रहे बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं ने भी जमकर उनका स्वागत किया.
शिव से बीजेपी के टिकट पर जीते मानवेंद्र सिंह कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद से राहुल गांधी के साथ राजस्थान के दौरे पर थे. घर पहुंचे मानवेंद्र सिंह ने कहा, 'यह काम मुझे पहले कर लेना चाहिए था. मैं अपनी असली जगह लौट आया हूं. कांग्रेस में आने के लिए हमने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार से आशीर्वाद लिया है. बीजेपी के नेता मुझे फोन करके कह रहे हैं कि आपके अच्छे दिन तो आ गए. हमारे अच्छे दिन कब आएंगे.' उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस के नेताओं से बंद कमरे में बातचीत होती थी और अब खुलकर साथ चल रहे हैं.
मानवेंद्र सिंह कांग्रेस में आने के बाद बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि बीजेपी वह पार्टी नहीं रही जिसे अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया था. राहुल गांधी की शान में कसीदे गढ़ते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश आगे जाएगा.
बीजेपी संस्थापक सदस्य के रूप में जसवंत सिंह की बाड़मेर इलाके में एक पहचान रही है. मगर उनके बेटे मानवेंद्र सिंह के कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद बाड़मेर की राजनीतिक परिस्थितियां बदल गई हैं. मानवेंद्र के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा भाजपा से जुड़े लोग भी आए थे. बाड़मेर में जिस तरह से मानवेंद्र सिंह का स्वागत हुआ है, उसे देख कर कहा जा सकता है कि इस बार राजपूतों के वोट बैंक में कांग्रेस अच्छी सेंध लगाएगी.
बेनीवाल से बढ़ा बीजेपी का संकट
दरअसल जैसलमेर, जोधपुर और बाड़मेर की राजनीति में शुरू से राजपूत बीजेपी के कट्टर समर्थक रहे हैं. वहीं जाट कभी कांग्रेस का तो कभी बीजेपी का दामन थामते रहे हैं. बीजेपी को उम्मीद है कि मानवेंद्र के साथ राजपूतों के जाने से जाट उनके साथ आ सकते हैं. इसीलिए कांग्रेस पार्टी से बीजेपी में गए बाड़मेर के सांसद कर्नल सोनाराम के जरिए बीजेपी जाति कार्ड भी खेल रही है. मगर इस बार बीजेपी की बड़ी परेशानी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल बढ़ा रहे हैं. हनुमान बेनीवाल के साथ बड़ी संख्या में जाट युवाओं की फौज बाड़मेर में घूम रही है.