क्या शादी के बाद पढ़ाई करना किसी लड़की के लिए पाप है? राजस्थान के सिरोही में एक लड़की ने शादी के बाद 10वीं की परीक्षा क्या दी, ससुराल से लेकर पंचायत तक सभी उसके खिलाफ खड़े हो गए.
यही नहीं लड़की के परिवार को जात निकाला दे दिया और उसके मां-बाप पर लाखों का जुर्माना लगा दिया गया. घरवालों को समझ नहीं आ रहा कि वे अब जाएं तो कहां जाएं.
दरअसल, राजस्थान के सिरोही की रहने वाली सीता की 2 साल पहले धूमधाम से शादी हुई थी. सीता एक सपना लेकर ससुराल गईं थीं. सपना पढ़ने का था, सपना आगे बढ़ने का था, सपना कुछ बनने का था. लेकिन ये सपना ही उनके जीवन का सबसे बड़ा संकट बन जाएगा, ये उन्होंने कभी सोचा नहीं था.
सीता का कहना है कि उनके पति पढ़े-लिखे नहीं हैं इसलिए वो और पढ़ना चाहती थीं. उन्होंने 10वीं की पढ़ाई के लिए अपने ससुरालवालों से इजाजत मांगी, लेकिन मना कर दिया गया. यहां तक कि पति ने भी सीता का साथ नहीं दिया.
पढ़ाई के लिए ससुराल का साथ ना मिलने पर सीता मायके चलीं गईं और वहीं से उन्होंने 10वीं की परीक्षा दी. उनका कहना है कि ससुराल के साथ-साथ पंचों को भी यह बात नागवार गुजरी. समाज की ठेकेदार बनी पंचायत ने तालिबानी फरमान जारी कर दिया.
सीता और उसके पिता लालाराम के परिवार वालों का हुक्का-पानी बंद कर दिया गया. इतना ही नहीं पंचायत ने सीता पर एक लाख और उसके पिता पर 11 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया.
2 साल पहले जब लालाराम ने बेटी को डोली में बिठाकर विदा किया था तब यह नहीं सोचा था कि किताबों से उनकी बेटी की दोस्ती इतनी महंगी पड़ेगी. अब सीता के बूढ़े बाप पर एक तरफ पंचायत के फरमान को पूरा करने का दबाव है तो दूसरी तरफ बेटी की जिंदगी भी दांव पर लगी हुई है. पुलिस का दावा है कि वो जांच कर रही है और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर इन पंचायतों को कौन रोकेगा? अभी तक ये शादी-विवाह को लेकर तालिबानी फरमान जारी करते थे, लेकिन अब अगर सीता की बात पर यकीन करें तो पढ़ाई भी इनके लिए पाप हो गई है.