राजस्थान की सियासी लड़ाई अभी थमने वाली नहीं है. गहलोत खेमे से बगावत करने वालों से कांग्रेस ने दूरी बनाने का मन बना लिया है. सचिन पायलट के साथ जा चुके प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर को पद से हटा दिया गया है.
मुकेश भाकर की जगह अब गणेश घोघरा को नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इसकी पुष्टि युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी की ओर से की गई है.भाकर खुलकर पायलट के साथ खड़े हैं और सोमवार और मंगलवार को जयपुर में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में भी शामिल नहीं हुए थे.
इस एक्शन के बाद उन्होंने ट्वीट करके लिखा, 'मैं तो चुनाव जीतकर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना हूं. अशोक गहलोत कौन होते हैं मुझे हटाने वाले. अशोक गहलोत और उनके मंत्री-विधायक तो पहले ही एक किसान-फौजी के बेटे को हराने में लगे हुए थे.'
मैं तो चुनाव जीतकर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना हूँ।
अशोक गहलोत कौन होते है मुझे हटाने वाले।
अशोक गहलोत और उनके मंत्री- विधायक तो पहले ही एक किसान-फौजी के बेटे को हराने में लगे हुए थे।
— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 14, 2020
फ्लोर टेस्ट की मांग पर बोले गहलोत- भगवान ने इत्ती तो अक्ल दी होगी
13 जुलाई को सीएम अशोक गहलोत द्वारा मीडिया के सामने कराई गई विधायकों की परेड के बाद भी मुकेश भाकर ने सीएम पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में निष्ठा का मतलब अशोक गहलोत की गुलामी.
उन्होंने ट्वीट करके लिखा था, 'जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है, उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है. कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी, वो हमें मंजूर नहीं.'
" जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है"
कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी।
वो हमें मंजूर नहीं।
— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 13, 2020
बता दें कि राजस्थान के रण में गहलोत खेमे की मांग पर सचिन पायलट को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया गया है. उनकी जगह शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. पायलट के अलावा विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा भी मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जा चुके हैं.