राजस्थान में शिक्षा विभाग का बीजेपी सरकार के दौरान लिए गए फैसलों को पलटने का सिलसिला जारी है. राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि राज्य में अब कोई भी विद्यालय के आगे आदर्श विद्यालय या उत्कृष्ट विद्यालय नहीं लिखा जाएगा. दरअसल वसुंधरा राजे ने राजस्थान में 1000 स्कूल खोले थे जिनको आदर्श विद्यालय और उत्कृष्ट विद्यालय का नाम दिया गया था.
शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सारे स्कूल बराबर हैं. किसी भी स्कूल के आगे इस तरह की बातें लिखना सही नहीं है. यानी स्कूलों को एक बार फिर से पुराने नाम को मिटाकर पेंट करवाकर दूसरा नाम लिखवाना पड़ेगा. इसके लिए वसुंधरा राजे ने आदर्श विद्यालयों का रंग भगवा चुना था. आदर्श विद्यालय नारंगी रंग में रंगे हुए होते थे इस तरह से शिक्षा विभाग ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं.
इससे पहले शिक्षा मंत्री ने आदेश जारी किया है कि अब छठी से लेकर 11 वीं तक के बच्चों को राजस्थान के स्कूलों में भी एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे. ऐसा करके कांग्रेस सरकार के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी शासन के दौरान बदले गए सिलेबस को खत्म कर दिया है.
कांग्रेस सरकार ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार ने सिलेबस का भगवाकरण कर इतिहास के साथ तोड़ मरोड़ किया है. अगले सत्र से अब यह पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाए जाएंगे क्योंकि राजस्थान के स्कूलों में भी एनसीईआरटी की किताबें ही चलेगी.