देश में खाप और पंचायत तुगलकी फरमान देने से बाज नहीं आ रहे हैं. अब राजस्थान के उदयपुर जिले के सलुम्बर थाना इलाके में स्थित अल्पसंख्यक समाज की पंचायत ने लड़कियों के लिए तुगलकी फरमान जारी किया है.
पंचायत ने लड़कियों के घर से बाहर मोबाइल फोन का उपयोग करने एवं विवाह समारोह में सड़कों पर नाचने पर रोक लगा दी है.
अंजुमन मुस्लिम पंचायत के सचिव हब्बीबुर्रहमान ने बताया, ‘दस दिन पहले पंचायत की बैठक में लड़कियों के घर से बाहर मोबाइल फोन के उपयोग एवं मुस्लिम लड़कियों के विवाह एवं अन्य आयोजनों के दौरान घर से बाहर सड़कों पर नृत्य करने पर रोक लगाने का फैसला किया है.’
उन्होंने कहा, ‘यह लड़कियों की सुरक्षा के लिए किया गया है. हमारे समाज में लड़के और लड़िकियों में अंतरजातीय विवाह के मामले सामने आये हैं. यह गंभीर चलन है और इस तरह की मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए समाज की पंचायत ने यह निर्णय किया है.’
उन्होंने कहा कि पंचायत ‘महिला स्वतंत्रता’ के खिलाफ नहीं है. ‘हम शिक्षा के उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं. लेकिन इसके साथ हमें यह भी सुनिश्चित करना होता है कि सामाजिक व्यवस्था का आदर हो.’ उन्होंने बताया कि पंचायत ने अन्तरजातीय विवाह पर रोक लगाते हुए इसका उल्लंघन करने वाले को इक्यावन हजार रुपये का जुर्माना अदा करना होगा.