आसाराम द्वारा एक नाबालिग लड़की के कथित तौर पर यौन शोषण के मामले में मुख्य गवाह कृपाल सिंह की हाल में हत्या हुई थी. इसी मामले में जिला पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है और उसे शनिवार को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
14 दिन की न्यायिक हिरासत
पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि आसाराम मामले के गवाह कृपाल सिंह की गत 10 जुलाई को हुई गोली मारकर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता नारायण पांडेय को राजस्थान के जोधपुर में गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
आसाराम का कट्टर समर्थक
कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए अभियुक्त की पुलिस रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी दी गई है.
उन्होंने बताया कि अभियुक्त ने कृपाल सिंह की हत्या की बात कबूल कर ली है. पांडेय आसाराम का कट्टर समर्थक है. जोधपुर में बलात्कार की घटना के बाद से ही वह उसके गवाहों को तोड़ने के लिए प्रयासरत था. इसके लिए वह गवाहों को धमकाने और लालच देने के लिए पहले भी कृपाल से सम्पर्क कर चुका था.
पहले भी जा चुका है जेल
उन्होंने बताया कि कृपाल को बयान बदलने के लिए बड़ी धनराशि का लालच दिया गया था और ना मानने की स्थिति में परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. पांडेय को पहले भी धमकी देने के मामले में जेल भेज गया था.
10 जुलाई को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि आसाराम मामले के गवाह रहे कृपाल सिंह को गत 10 जुलाई की रात शाहजहांपुर में मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी. उसकी अगले दिन बरेली के मिशन अस्पताल में मौत हो गई थी.
इनपुट- भाषा