एक तरफ जहां पूरे देश में नोटबंदी को लेकर मारामारी है. पूरा देश बैंकों के बाहर कतार में खड़ा हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में एक ऐसा बड़ा तबका हैं जो परेशानी के बाद भी इस फैसले के साथ दमखम से खड़ा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को पूरा विपक्ष कौस रहा हैं, लेकिन दूरदराज के गांवों के ग्रामीण प्रतिपक्ष के इस विरोध से कोई सरोकार नहीं रखते.
राजस्थान के दौसा के गांव खड़का में लोगों ने सामूहिक रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले के समर्थन में एक तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन रखा. इस आयोजन में लगातार विधि विधान के साथ आहूतियां दी गईं. भगवान से पीएम मोदी के इस साहसी कदम पर उन्हें हिम्मत और साहत प्रदान करने के लिए मन्त्रोचारण के साथ प्रार्थना की गई. हवन में ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े हर वर्ग के लोग जिन में किसान, दुकानदार, आम नागरिक और युवा वर्ग शामिल हुआ.
यज्ञ में प्रधानमंत्री मोदी की दीर्घ आयु के लिए कामना की गई. विपक्ष चाहे नोटबंदी के फैसले पर सड़क से सदन तक विरोध कर रहा हो पर इस समर्थन यज्ञ में कई ऐसे लोग भी शामिल थे जो पैसे के कारण समय पर अपनी फसलों को नहीं संभाल पाए. सबके दिल पर एक ही जुनून सवार दिखा कि प्रधानमंत्री के इस साहसी कदम से देश में अमीरी व गरीबी का भेद खत्म हो जाएगा. आतंकवाद भ्रष्टाचार, कालाधन जैसी नासूर बनकर देश की जड़ों को खोखला कर रही बीमारियों से निजात मिल सकेगी. जिससे नए भारत के निर्माण का उनका सपना पूरा हो सके. ग्रामीण इस फैसले को लेकर इस लिए भी खुश हैं कि चाहे उन्हें तात्कालिक परेशानी के दौर से गुजरना पड़े लेकिन आतंकवाद जैसे नासूर की इस फैसले ने कमर तोड़कर रख दी.
रविवार को इस महायज्ञ की पूर्णआहूती का कार्यक्रम रखा गया, जिसमें स्थानीय विधायक शंकर शर्मा भी पहुंचे. खास बात ये है कि ग्रामीणों ने पीएम मोदी के इस साहसी कदम पर एक लोक रचना भी तैयार की हैं जिसमें इस साहसी कदम से बेईमानों का बैंड बज जाने का हवाला दिया गया है.
गांव के राजेंद्र कुमार कहते हैं कि हम किसान लोग हैं. हमें परेशानी हो रही हैं लेकिन ये परेशानी तात्कालिक हैं इस के दूरगामी परिणाम आएंगे. विपक्ष चाहे कुछ भी बोले लेकिन हमारे यहां पचासों गांवों के लोग इस फैसले के साथ मजबूती से खड़े हैं. इसी लिए हमने इस सामूहिक यज्ञ का आयोजन किया हैं कि ईश्वर प्रधानमंत्री को इस मजबूत फैसले पर साहस और हिम्मत प्रदान करता रहे. ये हल्ला और विरोध वो लोग कर रहे हैं जिनके पास कालाधन हैं और वे उसे बचाना चाहते हैं. इस यज्ञ से हर तबके का ग्रामीण जुड़ा है.
इस कार्यक्रम के आयोजक राम बाबू का कहना है कि हमें परेशानी हो रही हैं ये अलग बात है. लेकिन प्रधानमंत्री के इस साहसी कदम के साथ आम ग्रामीण जुड़ा हैं, हम परेशानी पाने को तैयार है, लेकिन हम चाहेगें कि प्रधानमंत्री बेईमानों के खिलाफ इस अभियान में मजबूती से डटे रहें.