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गहलोत सरकार आते ही ललित मोदी के 'बुरे दिन' शुरू, RCA से होगी पूरी तरह विदाई

ललित मोदी को एक बार फिर से राजस्थान क्रिकेट से पूरी तरह से अलग करने की कवायद शुरू हो गई है. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष सीपी जोशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि ललित मोदी, उनके बेटे रुचिर मोदी और उनके वकील महमूद आब्दी की अध्यक्षता वाली जिलों की क्रिकेट संघों की मान्यता रद्द कर दी जाए.

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ललित मोदी (फाइल फोटो)
ललित मोदी (फाइल फोटो)

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राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनते ही ललित मोदी को एक बार फिर से राजस्थान क्रिकेट से पूरी तरह से अलग करने की कवायद शुरू हो गई है. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष सीपी जोशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि ललित मोदी, उनके बेटे रुचिर मोदी और उनके वकील महमूद आब्दी की अध्यक्षता वाली जिलों की क्रिकेट संघों की मान्यता रद्द कर दी जाए.

सोमवार देर रात तक चली बैठक में आरसीए की कार्यकारिणी में फैसला लिया गया कि ललित मोदी की अध्यक्षता वाले नागौर जिला क्रिकेट संघ, रुचिर मोदी की अध्यक्षता वाले अलवर जिला क्रिकेट संघ और महमूद आब्दी की अध्यक्षता वाले श्री गंगानगर जिला क्रिकेट संघ की मान्यता खत्म कर दी जाए.

आरसीए के संयुक्त सचिव महेंद्र नाहर के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की मांग थी कि ललित मोदी और उनसे जुड़े लोगों को राजस्थान क्रिकेट की राजनीति से पूरी तरह बाहर करने के बाद ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का निलंबन खत्म होगा.

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हालांकि इससे पहले ललित मोदी ने कहा था कि वह नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि उनके रहते हुए बीसीसीआई आरसीए को मान्यता नहीं दे रही थी, लेकिन कांग्रेस सरकार के आने के बाद पता चला कि ललित मोदी ने इस्तीफा नहीं दिया था और वह अब तक नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने हुए थे.

हालांकि मोदी गुट की तरफ से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव आर. एस. नांदू ने कहा कि कार्यकारिणी की बैठक अवैध है, हमने बैठक बुलाने वाले संयुक्त सचिव महेंद्र नाहर को निलंबित कर रखा है.

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