हमारे समाज में बढ़ती संवेदनहीनता और सेल्फी के अमानवीय जुनून का एक और वाकया सामने आया है. राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक सड़क दुर्घटना के बाद लोग घायलों के साथ सेल्फी लेने में लग गए. समय पर मदद न मिलने की वजह से इस दुर्घटना में घायल तीनों लोगों की जान चली गई.
यह वाकया मंगलवार का है. दुर्घटना के शिकार तीनों लोग एक बाइक पर सवार होकर जा रहे थे कि तभी एक स्कूल बस उनसे टकरा गई. बाड़मेर जिले में हुई इस सड़क दुर्घटना के बाद तमाम तमाशबीन जुट गए. लेकिन सभी इस दुर्घटना की वीडियो बनाते या घायलों के साथ सेल्फी लेने में व्यस्त रहे. किसी ने भी यह नहीं सोचा कि घायलों की तत्काल मदद की जाए ताकि उनकी जान बच सके.
दुर्घटना के शिकार लोग खून से लथपथ सड़क पर पड़े रहे. लेकिन घटनास्थल पर मौजूद तमाम लोग अपने मोबाइल से सेल्फी लेने या वीडियोग्राफी करने में लगे रहे. तीनों घायलों ने समय पर मदद न मिलने की वजह से दम तोड़ दिया.
बताया जाता है कि एक घायल व्यक्ति लोगों से मदद की गुहार भी करता रहा, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा, लोगों को फोटो खींचने और वीडियोग्राफी करने में ज्यादा मजा आ रहा था.
मृतकों की पहचान परमानंद, चंदा राम और गेमा राम के रूप में हुई है. वे सभी गुजरात में एक लेबर कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम करते थे और दो दिन पहले ही मजदूरों की तलाश में बाड़मेर आए थे.
गौरतलब है कि इसके पहले भी देश में ऐसे कई वाकये देखे गए हैं, जब लोग किसी दुर्घटना में घायलों की मदद की जगह सेल्फी लेने में लगे रहे. ऐसी घटनाएं काफी दुखद हैं और इनसे यह पता चलता है कि वास्तव में हमारा समाज कितना संवेदनहीन बनता जा रहा है.