राजस्थान में सोमवार से विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हो रही है. किसानों की कर्जमाफी और गुर्जर आंदोलन को लेकर विधानसभा सत्र हंगामेदार हो सकता है.
लगातार सोमवार को चौथे दिन भी गुर्जर दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक पर पड़ाव डाले हुए हैं. रविवार को सरकार की तरफ से कोई वार्ता नहीं हुई है. माना जा रहा है कि सोमवार को वार्ता का दौर एक बार फिर शुरू हो सकता है. गुर्जर आंदोलन की वजह से राजस्थान में जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है. अभी तक की हालत को देखते हुए 55 ट्रेनें अगले 3 दिनों तक प्रभावित रहेंगी. इनमें से 26 ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं. माना जा रहा है कि गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के ट्रैक पर बैठने से 80 हजार रेलयात्री प्रभावित हुए हैं. 25000 रेल यात्रियों ने अपने टिकट कैंसिल करवाए हैं.
उधर सोमवार को एक बार फिर जयपुर आगरा हाईवे पर गुर्जरों ने सिकंदरा के पास जाम करने का ऐलान किया है. सिकंदरा वह इलाका है जहां पहले दो बार हिंसक गुर्जर आंदोलन हो चुका है. धौलपुर में रविवार के हिंसक आंदोलन के बाद शांति है मगर बूंदी नैनवा हाईवे पर अभी तक गुर्जर बैठे हुए हैं. इसकी वजह से आवाजाही बंद है. राजस्थान सरकार ने गुर्जर नेताओं के साथ बातचीत के लिए मंत्रियों का एक समूह बनाया है. मंत्रियों की तरफ से बातचीत करने के लिए 30 गुर्जर नेताओं की कमेटी बनाई गई है जो गुर्जर नेताओं और मंत्रियों के बीच संवाद का काम करेगी.
अभी तक आंदोलनकारियों पर तीन मुकदमे दर्ज हुए हैं. करौली जिले के कलेक्टर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के घर के बाहर सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना का नोटिस भी चस्पा कर दिया है. इसमें 2007 में जारी हुए हाईकोर्ट के आदेश की प्रतिलिपि चस्पा की गई है. इसमें रेलवे ट्रैक और सड़क मार्ग रोकने को नागरिकों के मौलिक संविधान और विधिक अधिकारों का हनन नहीं करने की बात लिखी हुई है.