राजस्थान विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. अलग-अलग राजनीतिक दल जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में घूमकर राजस्थान गौरव यात्रा की है, जबकि कांग्रेस संकल्प रैली के जरिए जनता के बीच पहुंची है.
जिले का सियासी समीकरण
सवाई माधोपुर में मुख्य रूप से मुस्लिम, मीणा और गुर्जर वोटों का प्रभाव है. इनके अलावा एससी, ब्राह्मण, बनिया, माली और राजपूत समाज भी यहां राजनीति में दखल रखता है. राज्य के बड़े मीणा नेता डॉ किरोड़ी लाल मीणा यहीं से आते हैं और सबसे दिलचस्प बात ये है कि वो एक बार फिर बीजेपी के साथ आ गए हैं, जिससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
इसी साल की शुरुआत में किरोड़ी लाल मीणा को बीजेपी में शामिल कर राज्यसभा में भेजा गया. उन्होंने अपनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी (राजपा) का विलय भी बीजेपी में कर दिया है. राज्य की करीब 45 सीटों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मीणा वोटरों को साधने के लिए बीजेपी ने ये बड़ा कार्ड खेला है. हालांकि, पहले मीणा बीजेपी में ही थे, लेकिन 2008 में उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी. 2013 में उनकी पार्टी ने 134 सीटों पर चुनाव लड़ा था और चार पर जीत दर्ज की थी. उनकी पत्नी गोलमा देवी मीणा अलवर की राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ सीट से विधायक निर्वाचित हुई थीं. ये माना गया कि करीब 45 सीटों पर मीणा वोटरों की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
जिले का चुनावी समीकरण
यहां कुल 4 विधानसभा सीट हैं, जिनमें से चारों सीट बीजेपी के पास हैं. 2013 के चुनाव में जिले में कुल 7,82,573 वोटर्स थे, जिनमें से 5,51,440 लोगों (71%) ने अपने मतों का इस्तेमाल किया था. जिले की 2 सीट सामान्य वर्ग के लिए हैं, जबकि 1-1 सीट अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षति है. जिले में करीब 12 फीसदी मुस्लिम आबादी है.
बामनवास सीट
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित यह सीट टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की आबादी 3 लाख 14 हजार है, जिसमें 21 फीसदी एससी आबादी है, जबकि 29 फीसदी आबादी एसटी है. बीजेपी के कुंजी लाल यहां से मौजूदा विधायक हैं. जबकि टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सुखबीर सिंह सांसद हैं.
2013 चुनाव का रिजल्ट
कुंजी लाल (बीजेपी)- 45,085 (37%)
नवल किशोर (कांग्रेस)- 39,423 (33%)
श्याम लाल मीणा (NPEP)- 25,759 (21%)
2008 चुनाव का रिजल्ट
नवल किशोर (कांग्रेस)- 45,204 (44%)
संपत लाल (एलएसपी)- 26,652 (26%)
कुंजी लाल (बीजेपी)- 12,772 (12%)
विधानसभा का समीकरण
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं. इनमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसने 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी. बहुजन समाज पार्टी को 3, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 4, नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी को 2 सीटें मिली थीं. जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.