राजस्थान में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस पार्टी में किस्सा कुर्सी का शुरू हो गया है. राजधानी जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक समाप्त हो चुकी है, जिसमें विधायकों से रायशुमारी की गईं. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक लाइन प्रस्ताव रखा कि सीएम पर फैसला हाईकमान लेगा, सीपी जोशी ने भी गहलोत के प्रस्ताव का समर्थन किया.
इस बीच कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भी काफी गहमा गहमी रही. जहां सचिन पायलट और अशोक गहलोत के समर्थक भारी संख्या में जमा हुएं और अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी करने लगे.
आलाकमान तय करेगा सीएम
राज्य में मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस में सस्पेंस बरकरार है. विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय नेतृत्व द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षकों की निगरानी में बैठक हो रही है. जिसमें कांग्रेस के विधायक अपनी राय रखेंगे और इसकी रिपोर्ट आलाकमान को भेजी जाएगी. कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि सीएम कौन होगा इसका फैसला हाईकमान लेगा. राज्य में युवा मुख्यमंत्री के सवाल पर पायलट ने कहा कि भारत युवाओं का देश है, लेकिन जिन लोगों ने दशकों तक पार्टी की सेवा की उनके अनुभव का लाभ लेना भी युवाओं की जिम्मेदारी है.
वहीं कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि आज शाम को तय हो जाएगा कि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन बनेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पर्यवेक्षक अविनाश पांडे और केसी वेणुगोपाल जयपुर आ चुके हैं और लगातार विधायकों से मिल रहे हैं. विधायकों से मीटिंग के बाद उनकी राय कांग्रेस आलाकमान के पास रखी जाएगी और हाईकमान का जो भी फैसला आएगा विधायकों को बता दिया जाएगा. हालांकि सीएम पद की रेस में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगे चल रहे हैं, लेकिन इस मामले में वे कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
राजस्थान में कांग्रेस कांग्रेस सरकार बनाने के जादुई आंकड़े 101 सीट से दो कदम दूर है. ऐसे में निर्दलीयों की भूमिका बढ़ गई है. हालांकि इस बार कांग्रेस के बागी नेता बड़ी संख्या में जीते हैं, जिन्होंने कांग्रेस की सरकार बनता देख घर वापसी के संकेत दिए हैं. कांग्रेस के ऐसे 8 बागी विधायक हैं जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद पर्यवेक्षकों से मुलाकात कर अपनी राय रखी है. वहीं मीणा जाति के तीन बागी विधायकों ने भी अशोक गहलोत पर भरोसा जताया है.