राजस्थान में विधानसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गौरव यात्रा के माध्यम से जनता के बीच सरकार की उपलब्धियां गिना रही हैं. वही विपक्षी दल कांग्रेस भी संकल्प यात्रा रैली के माध्यम से सरकार की कमियां उजागर करने और अपनी सियासी ताकत का एहसास कराने में लगी है.
हाड़ौती क्षेत्र की बात करें तो ये राजस्थान का वो इलाका है, जो हमेशा से भाजपा का गढ़ रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव में हाड़ौती के चारों जिलों की 17 सीटों में से कांग्रेस को महज एक सीट पर संतोष करना पड़ा. ऐसे में भाजपा, संघ और सीएम के निर्वाचन क्षेत्र के इस मजबूत गढ़ को भेदने के लिए कांग्रेस ने पूरे चार साल यहां पर विशेष नजर रखी.
हाड़ौती क्षेत्र के कोटा जिले की 6 विधानसभा सीट- पिपल्दा, सांगोद, कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा और रामगंज मंडी पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. रामगंज मंडी कोटा जिले में कोटा स्टोन की खानों के लिए मशहूर है. साथ ही यह अनाज और मसालों की सबसे बड़ी मंडी है.
रामगंज मंडी विधानसभा क्षेत्र संख्या 192 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 287972 है, जिसका 55.27 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 44.73 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 25.68 फीसदी अनुसूचित जाति और 10.98 अनुसूचित जनजाति हैं.
रामगंज मंडी विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 2.25 लाख है और 231 पोलिंग बूथ हैं. इस सीट पर बैरवा और मेघवाल समाज के लगभग 1.20 लाख वोटर हैं. जिनकी भूमिका निर्णायक है. पिछले तीन विधानसभा चुनावों में इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.
2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2013 विधानसभा चुनाव में बीजेपी विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने कांग्रेस के बाबूलाल मेघवाल को 36919 वोटों के भारी अंतर से पराजित किया. बीजेपी की चंद्रकांता मेघवाल को 81351 और कांग्रेस के बाबूलाल मेघवाल को 44432 वोट मिले थे.
2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2008 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की चंद्रकांता मेघवाल ने पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी रामगोपाल बैरवा को 1874 वोट से शिकस्त दी. बीजेपी की चंद्रकांता मेघवाल को 45106 और कांग्रेस के रामगोपाल बैरवा को 43232 वोट मिले थे.