2018 के अंत तक चार राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें राजस्थान ही एकमात्र ऐसा राज्य है जहां मुकाबला काफी कड़़ा नजर आ रहा है और बीजेपी की सत्ता में वापसी सबसे मुश्किल मानी जा रही है. इसी बीच जानते हैं जयपुर और इसकी हवामहल सीट का हाल...
दरअसल जयपुर जिला भी बीजेपी का गढ़ माना जाता है. जयपुर जिले में 19 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें एक सीट पर कांग्रेस, 16 सीटों पर बीजेपी, एक सीट पर निर्दलीय और एक सीट पर एनपीपी [नेशनल पीपुल्स पार्टी] का कब्जा है. वहीं इसमें जयपुर शहर की सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी.
हवामहल विधानसभा क्षेत्र जयपुर शहर का क्षेत्र है. बता दें कि हवामहल किसी जगह का नाम ही बल्कि ऐतिहासिक धरोहर हवामहल की वजह से इसका नाम यह रखा गया है. यह बीजेपी नेता भंवरलाल शर्मा की सीट मानी जाती रही है, जहां से वे कई बार जीते भी हैं. 1972 में एक बार जयपुर के पूर्व सांसद गिरधारी लाल भार्गव भी यहां से विधायक रहे थे. साल 2017 की वोटिंग लिस्ट के अनुसार क्षेत्र में 227095 मतदाता और 202 मतदाता केंद्र हैं. साथ ही क्षेत्र की जनसंख्या में 9.61 फीसदी एससी और 2.69 फीसदी एसटी वर्ग का योगदान है.
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2013 विधानसभा चुनाव
2013 में हवामहल विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के सुरेंद्र पारीक ने कांग्रेस के बृजकिशोर शर्मा को 12715 वोटों से हराया था. बता दें कि सुरेंद्र पारीक पहले भी विधायक रह चुके हैं और बृजकिशोर शर्मा गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री थे. इस चुनाव में सुरेंद्र पारीक को 69924 और बृजकिशोर शर्मा को 57209 वोट मिले थे. इस बार 194196 मतदाताओं में से 141978 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
2008 विधानसभा चुनाव
वहीं 2008 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बृजकिशोर शर्मा ने बीजेपी की मंजू शर्मा को हराया था. इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बृजकिशोर शर्मा को 44926 जबकि मंजू शर्मा को 44346 वोट हासिल हुए थे.
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विधानसभा का समीकरण
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं. इनमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसने 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी. बहुजन समाज पार्टी को 3, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 4, नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी को 2 सीटें मिली थीं. जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.